योगी सरकार में भी जमकर हो रहा विकास कार्यों में भ्रष्टाचार एवं शासकीय धन का बंदरबांट
1 min readरिपोर्ट-ब्यूरो चीफ गोण्डा
हलधरमऊ, गोण्डा। योगी सरकार के लाख दावे के बाद भी विभिन्न विकास कार्यों व सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार और सरकारी धन के बंदरबांट का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। वहीं आये दिन मनरेगा योजना के तहत फर्जी भुगतान की खबरें समाचार पत्रों की सुर्खियां तो बनती है परन्तु विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नही की जाती है।जिससे यह प्रतीत होता है कि भ्रष्टाचार के कार्यों में विभागीय अधिकारियों की संलिप्तता होती है। जिससे शिकायत होने पर उच्चाधिकारी भी भ्रष्टाचारियों पर मेहरबान होकर उनको क्लीन चिट दे देतें हैं और शिकायतकर्ता थक हार कर शिकायत करना बंद कर देता है और भ्रष्टाचार का खेल बदस्तूर जारी रहता है जिस पर अंकुश लगता नहीं दिख रहा है।ताजा मामला विकास खंड के हलधरमऊ अन्तर्गत ग्राम पंचायत पहाड़ापुर से जुड़ा है, जहां मनरेगा योजना के तहत मिट्टी पटाई कार्य मे धांधली का आरोप लगा है। सुधीर श्रीवास्तव पुत्र साधु सरन निवासी पहाड़ापुर ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है जिसमे बताया गया है कि वित्तीय वर्ष 2022-2023 में मनरेगा योजना के अन्तर्गत लंकहन पुरवा में मिश्रीलाल के घर से पप्पू के खेत तक मिट्टी पटाई का कार्य दर्शाकर फर्जी तरीके से भुगतान कराया गया है। धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त मौके पर बीच-बीच मे सड़क की पटाई नही की गई है। शिकायतकर्ता ने स्थलीय जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। विदित हो कि उक्त ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत बिना निर्माण के पशु शेड व बकरी शेड के नाम पर लाखों रुपयों का भुगतान किया गया था जिसकी शिकायत पर उपायुक्त मनरेगा द्वारा स्थलीय जांच की गई थी। जहाँ जांच में बिना पशु शेड निर्माण किये भुगतान का मामला प्रकाश में आया था परन्तु आज तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की गई है। जिससे संपूर्ण मामले में जिम्मेदार अधिकारियों, कर्मचारियों की सहभागिता प्रतीत हो रही है।