प्राचीन स्थल लोधेश्वर महादेवा भोलेनाथ का मंदिर है।नीर सुरंग द्वारा तालाब में जल गिरता
1 min readगांव के कुछ अराजक तत्वों द्वारा उस तालाब का अस्तित्व मिटा देना चाहते हैं
रिपोर्ट- उमेश तिवारी
रामनगर, बाराबंकी। रामनगर तहसील क्षेत्र महादेवा लोधेश्वर महादेव मंदिर प्राचीन स्थल बना हुआ है।
जनता द्वारा बताया जाता है की मुन्ना उर्फ खेमराज पुत्र शोभाराम महादेवा निवासी। के द्वारा आटा चक्की जो बिल्डिंग में बना रखी थी। उसी बिल्डिंग में कई वर्ष धान उबालकर के चावल बेचने का कार्य करते थे। धीरे धीरे मुन्ना उर्फ खेमराज आबादी नंबर 54 पर कब्जा करना चालू कर दिया। फिर प्रधान की रसीद दिखाकर रोड का किनारा उसी तालाब के सामने कब्जा कर लिया। धीरे धीरे प्लाटिंग में मुन्ना साह उर्फ खेमराज ने बेचना चालू कर दिया। आबादी नंबर 54 की जमीन पर जितना कब्जा था। वह बेच दिया। उसके बाद जनता द्वारा बताया जा रहा है कि जिला पंचायत से खेमराज उर्फ मुन्ना से मुकदमा भी चला। अब धीरे-धीरे मुन्ना सा ह अपनी चक्की को भी एग्रीमेंट रियाज पुत्र कल्लू के साथियों के साथ मिलकर एग्रीमेंट कर दिया था श्रावणी मेला चल रहा था। और उसी बीच बिल्डिंग टूट रही थी। जबकि सारा प्रशासन मेले में मौजूद था। फिर भी किसी ने उस और नजर नहीं डाली। विवाद का रूप तब हो गया जब बिल्डिंग का मलबा रियाज पुत्र कल्लू के साथियों द्वारा जिस तालाब में नीर गिरता था। उसी तालाब में बिल्डिंग का मलबा डाला गया। आदित्य तिवारी के रोकने कुछ कहासुनी हुई। आदित्य तिवारी द्वारा कोतवाली रामनगर को सूचना दी गई। सूचना पाते ही कोतवाल संतोष सिंह अपने दल बल के साथ विवादित स्थान को तत्काल रुकवा दिया गया। लेकिन आदित्य तिवारी का कहना है। रियाज पुत्र कल्लू द्वारा मुझे दी गई धमकी जो महादेवा निवासी हैं। सूचना पाते ही जनपद बाराबंकी ऐलाऊ द्वारा विवादित स्थल की की जा रही है जांच अब देखना यह है की जिस तालाब मैं नीर गिरता है उस तालाब का अस्तित्व बचता है की जांच को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है, या तो राम भरोसे।