न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी और अन्य लंबित मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा 500 जिलों में “वादाखिलाफी विरोधी सभा का आयोजन किया गया
1 min readरिपोर्ट –विनोद कुमार तिवारी
किसान आंदोलन की लंबित मांगों को लेकर 31 जुलाई को देशभर में उधम सिंह का शहीद दिवस मनाया गया
संयुक्त किसान मोर्चे के फैसले पर “भारतीय किसान संगठन” द्वारा बैठक में किसान आंदोलन को लेकर तीन महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस बात पर निराशा व्यक्त की, कि 9 दिसंबर 2021 को मोर्चा उठाने पर सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे उन पर केंद्र सरकार पूरी तरह मुकर गई है। ना तो एमएसपी पर कमेटी का गठन हुआ है और ना ही आंदोलन के दौरान किसानों पर लगाए गए झूठे मुकदमें वापस लिए गए हैं। सरकार बिजली बिल को संसद में लाने का प्रयास कर रही है। किसानों की सबसे बड़ी मांग, न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी, पर सरकार विचार करने को भी तैयार नहीं है। सरकार के इस वादाखिलाफी के विरोध में, 18 जुलाई को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से 31 जुलाई शहीद उधम सिंह की शहादत दिवस तक, देशभर में जिला स्तर पर “वादाखिलाफी विरोधी सभा” आयोजित की गई इस अभियान के अंत में 31 जुलाई को सरदार उधम सिंह के शहादत दिवस में पर सुबह 11:00 से दोपहर 1:00 बजे तक देशभर में सरदार उधम सिंह का शहादत दिवस का आयोजन किया गया जिला अध्यक्ष भारतीय किसान संगठन नरेंद्र कुमार वर्मा के लखीमपुर खीरी निज आवास पर मनाया गया । जिसमें मौजूद रहे भारतीय किसान संगठन जिला मीडिया प्रभारी मोहम्मद इरफ़ान गाजी जिला उपाध्यक्ष करन जायसवाल अजय जायसवाल शैलेश शर्मा और शिव बालक राम वर्मा प्रेमचंद्र वर्मा मेवालाल दीपू राम जी सर्वेश नंदराम मोतीलाल राम सूरत प्रमोद कुमार आदि किसान मौजूद रहे ।