सुविधा शुल्क की मांग पूरी न होने पर लेखपाल ने पैमाइश करने से किया साफ इनकार
1 min readभाजपा सरकार में अखिर लेखपाल के इतने हौसले बुलंद क्यों ?
रिपोर्ट =शैलेन्द्र सिंह पटेल
बाराबंकीं। उत्तर प्रदेश योगी सरकार एक तरफ भ्रष्टाचारियों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रही है और कड़े दिशा-निर्देश भी जारी कर रही है फिर भी राजस्व विभाग के कुछ बेलगाम कर्मचारी भाजपा सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। ताजा मामला आपको बताते चलें की नगर पंचायत सिद्धौर की रहने वाली महिला जाहिदा खातून ने क्षेत्रीय लेखपाल आनंद प्रकाश पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री , जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी को शिकायत पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की है महिला का आरोप है कि अपनी बैनामे की जमीन गाटा संख्या 2632 जो की नगर पंचायत रोड के किनारे स्थित होने के कारण बेशकीमती है उसी की पैमाइश कराने हेतु तहसील दिवस से लेकर थाना दिवस तक दर्जनों शिकायती पत्र दिया लेकिन क्षेत्रीय लेखपाल आनंद प्रकाश के द्वारा जमीन की पैमाइश नहीं की गई जब महिला और उसके पुत्र ने लेखपाल से संपर्क किया तो लेखपाल आनंद प्रकाश ने बुजुर्ग महिला से पांच हजार रुपए की मांग की तो महिला ने किसी तरह से दो हजार रूपए का इंतजाम करके लेखपाल को दे दिया एक हफ्ता बीत जाने के बाद जब जमीन की पैमाइश करने लेखपाल नहीं पहुंचे तो फिर महिला ने लेखपाल से संपर्क किया तो लेखपाल ने कहा पहले तीन हजार रूपए का और इंतजाम करो तो आप की जमीन की पैमाइश की जाएगी नहीं तो शिकायती पत्र देती रहो इस तरह के शिकायती पत्र सैकड़ों कूड़े में पड़े धूल चाट रहे हैं इतना ही नहीं महिला ने जब कहा साहब मेरे यहां कोई कमाने वाला नहीं है और पैसों का इंतजाम मुझसे नहीं हो पा रहा है तो लेखपाल ने जमीन की पैमाइश करने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि जहां मर्जी आए जाओ मैं पैमाइश नहीं करूंगा। इस संबंध में जब लेखपाल से संपर्क किया गया तो उन्होंने जमीन पैमाईश करने से साफ इनकार कर दिया अब देखना यह होगा कि महिला की शिकायत पर उच्च अधिकारियों के द्वारा संज्ञान लेकर लेखपाल के विरुद्ध क्या कार्यवाही की जाती है या शिकायत को यूं ही ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।