चालीस लेखपाल बने राजस्व निरीक्षक
1 min readरिपोर्ट -ब्यूरो चीफ गोण्डा
गोंडा । प्रदेश में पहली बार राजस्व निरीक्षक पद पर समय से लेखपालों को पदोन्नति मिली है जिससे राजस्व महकमा में नया उत्साह पैदा हो गया है। इनमें संग्रह अमीन भी शामिल है। दो राजस्व निरीक्षकों का ब्यौरा नायब तहसीलदार पद पर पदोन्नति के लिए राजस्व परिषद ने मांगा है। योगी सरकार ने राजस्व महकमा में पदोन्नति का पहिया सही कर दिया जिससे लेखपाल व राजस्व निरीक्षकों को पदोन्नति मिल गयी।
गोंडा सदर तहसील में जगदंबा शरण पांडेय, जावेद अख्तर, शेष प्रताप सिह, योगेश चंद्र शर्मा, जटाशंकर शुक्ल, दिनेश प्रताप तिवारी, दिनेश कुमार श्रीवास्तव, गोविंद बिहारी मिश्र, अवनीश कुमार मिश्र,अंबर प्रसाद तिवारी,राम संवारे तिवारी,अयोध्या से रमेश च्रदं शर्मा , कर्नलगंज तहसील से पुजारी प्रसाद, ज्ञान च्रद पांडेय, रामनुज, परशुराम, हरि ओम, राम नरायन तिवारी, इंद्रल सिह, ज्ञानदास को राजस्व निरीक्षक बनाया गया है।
युवाओं में जगी लेखपाल की भर्ती की उम्मीद
मनकापुर तहसील से तुलाराम, रामाराम शुकल,ज्ञान प्रकाश मिश्र, गिरीशा च्रद श्रीवास्तव, हनुमान प्रसाद पांडेय, हनुमान प्रसाद, मदन किशोर, सुशील कुमार शर्मा, मो अकलीम, सत्यदेव मिश्र, विनोद कुमार सिह राजस्व निरीक्षक बने। तरबगंज में राजदेव पांडेय, नरेंद्र बहादुर सिह, अमीरूल हसन, हरिशंकर ंसिह,अरूण कुमार सिंह, सुशील कुमार पांडेय, ईश्वर सरन तिवारी आर आइ बनाये गये है। इनकी पदोन्नति विभाग में नया उत्साह दिख रहा है। राजस्व निरीक्षक राधवराम शुकल व प्रदीप कुमार मिश्र को नायब तहसीलदार पद पर पदोन्नति मिलने जा रही है।
गोंडा को चाहिए 548, तैनाती 309, पदोन्नति से बचे 269 लेखपाल
गोंडा जिले केा 548 लेखपाल की जरूरत है, इनमें 309 तैनात रहे, अब बचे 269
गोंडा, जिले को 548 लेखपाल चाहिए , इसके सापेक्ष 309 लेखपाल तैनात रहे, अब पदोन्नति से 269 लेखपाल बचे है। इससे सदर तहसील व मनकापुर, कर्नलगंज, तरबगंज में लेखपालों की कमी पड गयी है। इससे एक लेखपाल को दस गांव का प्रभार देखना पडेगा।
इनको मिल चुकी है नायब पद पर प्रमोशन
गोंडा, अमीन योगेद्र सिह को नायब बलरामपुर, अभिषेक कुमार को बाराबंकी, शिव प्रकाश को सीतापुर, भानु प्रताप को खीरी, रवीद्र सिह को लखनउ में नायब तहसीलदार बनाया गया है।
क्या कहते हैं सीआरओ
गोंडा के सीआरओ जयनाथ का कहना है कि जिले में चालीस लेखपाल राजस्व निरीक्षक बनाये गये है, इससे लोगों में उत्साह है। उधर तहसीलों मंें बचे लेखपाल का कार्य बढेगा। लेखपाल की कमी पूरा करने के लिए अध्याचन भेजा जा चुका है, उम्मीद है कि अक्टूबर में लेखपाल परीक्षा आयोजित हो सकती है।