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महिला डॉक्टर न होने से महिला मरीजों को पुरुष डॉक्टर को देखने के लिए मजबूर

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रिपोर्ट – नूर मोहम्मद

उतरौला(बलरामपुर) विकास खण्ड श्रीदत्तगंज क्षेत्र के 70 ग्राम पंचायतों के लगभग दो लाख आबादी क्षेत्र की महिलाओं के इलाज के लिए महिला चिकित्सक दस वर्षों से तैनात नहीं है। मजबूरन महिलाओं को अपना इलाज पुरुष डाक्टरों से कराना पड़ रहा है।विकास खण्ड श्रीदत्तगंज मुख्यालय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीदत्तगंज की स्थापना 2012 में हुई थी। इस केन्द्र के अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महदेइया मोड़ व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुरैना बुलन्द आता है। इस क्षेत्र के 70 ग्राम पंचायतों के लगभग दो लाख की आबादी में निवास कर रही महिलाओं के इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर एक भी महिला डाक्टर की नियुक्ति विभाग ने नहीं है। मजबूरन इस क्षेत्र से आने वाली महिलाओं का इलाज पुरुष डाक्टरों के द्वारा किया जाता है। महिला डाक्टर की तैनाती न होने पर अधिकांश महिला मरीज जिला मुख्यालय अथवा मण्डल मुख्यालय के सरकारी अस्पताल अथवा निजी अस्पताल की शरण लेती है। ग्राम मंनयरिया से आई महिला मरीज राधा रानी ने बताया कि वह चार माह से पेट के रोग से पीड़ित होने पर सीएचसी श्रीदत्तगंज पर आती है लेकिन महिला डाक्टर न होने पर पुरुष डाक्टर से इलाज कराना पड़ता है। उसे पेट की गम्भीर बीमारी होने से उसका इलाज पुरुष डाक्टर नहीं कर पा रहे हैं। ग्राम दारी चौरा निवासिनी मेहरुन्निसा ने बताया कि उसके मासिक रक्तस्राव की बीमारी होने से वह मजबूरन पुरुष डाक्टर से अपना इलाज करा रहीं है। उसके बाद भी उसे पुरुष डाक्टर से इलाज पर कोई फायदा नहीं हो सका।‌ गरीब होने से वह जिला मुख्यालय पर जाकर इलाज नहीं करा पा रही है। ग्राम कपौवा शेरपुर निवासिनी सलमा ने बताया कि उसके बच्चेदानी में सूजन व गांठ होने से पहले उसने गांव की नर्स से इलाज कराया था। उससे कोई लाभ न मिलने पर वह सीएचसी श्रीदत्तगंज पर आई है। महिला डाक्टर की तैनाती न होने पर पुरुष डाक्टर से झिझक कर अपना मर्ज बताना पड़ता है। कुमारी रेनू ने बताया कि सीएचसी पर महिला चिकित्सक की तैनाती न होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह क्षेत्र से सीएचसी श्रीदत्तगंज को आई तमाम महिलाओ ने अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा कि सरकार ने महिला डाक्टर की तैनाती उस समय से नहीं की है जब से अस्पताल शुरू हुआ। क्षेत्र की गरीब व गम्भीर रोग से पीड़ित महिलाओं के इलाज के लिए महिला डाक्टर न होने पर उनका इलाज पुरुष डाक्टर करते हैं। तमाम महिलाएं महिला डाक्टर न होने पर जिला मुख्यालय के अस्पतालों पर जाने को मजबूर हो जाती है। सीएचसी श्रीदत्तगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर विकल्प मिश्रा ने बताया कि इस अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों महिलाएं अपना इलाज कराने आती है।‌ उनका इलाज पुरुष डाक्टर करते हैं। इस अस्पताल के दस वर्ष होने के बाद महिला डाक्टर की तैनाती नहीं हो सकी है। महिला डाक्टर की तैनाती के लिए अधिकारियों को क ई पत्र लिखा गया है। महिला डाक्टर की तैनाती का प्रयास बराबर किया जा रहा है।

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