कृषि संगठनों द्वारा कृषि से जुड़ी व्यवसायिक गतिविधियों का चयन कर बड़े पैमाने पर किया जाए उत्पादन -जिलाधिकारी
1 min readरिपोर्ट -सुहेल खान
थारू जनजाति के लोगों को बकरी पालन, कुक्कुट पालन के प्रति जागरूक कर आर्थिक रूप से सशक्त किए जाने का जिलाधिकारी ने दिया निर्देश
बलरामपुर।जिलाधिकारी डॉ महेंद्र कुमार की अध्यक्षता में कृषि उत्पादन संगठन के कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
छोटे, सीमांत और भूमिहीन किसानों को उनके उत्पादन का अच्छी कीमत मिल सके, इसके लिए कृषि उत्पादन संगठन का गठन किया जाता है,जो कि किसानों का एक समूह होता है। कृषि उत्पादन संगठन द्वारा कृषि से जुड़ी व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन किया जाता है। कृषि उत्पादन संगठन कंपनी एक्ट में रजिस्टर्ड होती है। कृषि उत्पादन संगठन को खाद,बीज,दवाइयां एवं कृषि उपकरण आदि खरीदना आसान होता है, जिससे सेवाएं सस्ती मिलती है और उत्पादन के अच्छे भाव मिलने लगते हैं। यह जानकारी बैठक में उप निदेशक कृषि द्वारा दी गई। उन्होंने बताया कि जनपद में कुल 14 कृषि उत्पादन संगठन का गठन किया गया है जिनके द्वारा कृषि व्यवसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही है, जनपद में कृषि उत्पादन संगठनों द्वारा विभिन्न कृषि उत्पाद की प्रोसेसिंग एवं ब्रांडिंग की जा रही है।जिलाधिकारी द्वारा सभी विकास खंडों में अधिक से अधिक किसानों को कृषि उत्पादन संगठनों से जोड़े जाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि जनपद के विभिन्न क्षेत्रों की विशेषता के अनुसार कृषि व्यवसायिक गतिविधियों का चयन करते हुए कृषि उत्पादन बढ़ाते हुए उत्पादन की ब्रांडिंग कृषि उत्पादन संगठन के माध्यम से किया जाए, जिससे कि अधिक से अधिक किसानों को उनके उत्पादन का अच्छा मूल्य मिल सके। थारू जनजाति क्षेत्र में बकरी पालन, कुक्कुट पालन के लिए जागरूक करते हुए उनका आर्थिक सशक्तिकरण किए जाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में मशरूम की खेती एवं लेमन ग्रास की खेती का वृहद संभावना है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक किसानों एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मशरूम की खेती एवं लेमन ग्रास की खेती के लिए प्रेरित किया जाए तथा उनको कृषि उत्पादन संगठनों से जोड़ते हुए ब्रांडिंग करते हुए बाहर के मार्केट में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादन संगठन जनपद के कृषि उत्पादों का बेहतर तरीके से प्रोसेसिंग एवं ब्रांडिंग, विपणन करें इसके लिए उनको हर प्रकार की मदद प्रदान की जाएगी।
जिलाधिकारी द्वारा दुग्ध विकास समिति को जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में कलेक्शन प्वाइंट बनाए जाने का निर्देश दिया गया।इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष, उप निदेशक कृषि प्रभाकर सिंह, जिला विकास अधिकारी गिरीश चंद पाठक, उपायुक्त स्वतः रोजगार सूबेदार सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, जिला कृषि अधिकारी आरपी राणा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, जिला पंचायत राज अधिकारी, कृषि उत्पादन संगठन के सीईओ व अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारी गण उपस्थित रहे।