विगत वर्षो की तरह इस वर्ष भी राम लीला मंचन का आयोजन किया जाएगा
1 min readरिपोर्ट -राम चरित्र वर्मा
बलरामपुर। श्रीश्री 108 सत्य प्रचारिणी रामलीला कमेटी बलरामपुर नगर द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी राम लीला मंचन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष राजकुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 26 सितंबर से शुरू हो रहे रामलीला मंचन का कार्यक्रम इस बर्ष पहली बार प्रयागराज से आ रही टीम द्वारा रामलीला का मंचन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। रामलीला देखने के लिए दूर दराज भारी संख्या में लोग रात में आते हैं। उन्होंने बताया कि मंचन कार्यक्रम रात्रि 9 बजे से देर रात लगभग 2 बजे तक चलता है। रामलीला कमेटी के महामंत्री राधेश्याम मिश्रा ने बताया कि 26 सितंबर से लेकर 9 अक्टूबर तक रामलीला मंचन कार्यक्रम रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा। जिसमे नारद मोह, राम जन्मोत्सव, विश्वामित्र आगमन, ताड़का वध, मारीच सुबाहु वध, अहिल्या उद्धार, गंगावतरण, फुलवारी ,धनुष यज्ञ, परशुराम लक्ष्मण संवाद, सीता स्वयंवर, श्री राम वन गमन, भरत मिलाप, सीता हरण, सबरी नवधा भक्ति, सुग्रीव मित्रता, बाली वध, लंका दहन, लक्ष्मण शक्ति, कुंभकरण, मेघनाथ वध, रावण वध, राम राज्याभिषेक व भरत मिलाप कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि भरत मिलाप शोभायात्रा रामलीला मैदान से प्रारंभ होकर नगर के मेजर चौराहा से पुराना चौक, बड़ा पुल चौराहा, टेढ़ी बाजार, देवीदयाल तिराहा होते हुए गर्ल्स कॉलेज पुराना चौक वीर विनय चौराहा अंबेडकर तिराहा से होते हुए रामलीला मैदान पर कार्यक्रम का समापन किया जायेगा। उसके बाद हवन विसर्जन के साथ रामलीला कार्यक्रम का समापन होगा।उपाध्यक्ष डॉ तुलसीश दुबे ने बताया कि रामलीला मंचन कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को धर्म से जुड़े रखने के लिए एवं नई पीढ़ी को श्री राम के चरित्र से अवगत कराने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रामलीला मंचन कार्यक्रम देखने के लिए अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों से महिला पुरुष बड़ी संख्या में लोग आते हैं उनके बैठने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है तथा पुलिस प्रशासन का यथोचित सहयोग रहता है। रामलीला के सफल आयोजन में समिति के पदाधिकारियों – वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय शर्मा, रामप्यारे कश्यप, विजय कश्यप, सुनील कसेरा, अम्बरीष शुक्ल, भानु तिवारी, निशांत चौहान, रजत पाण्डेय, राजाराम यादव, अभिषेक कसेरा, अमित सिंह, पप्पू मोदनवाल, वेद प्रकाश कारुष, अमित त्रिपाठी आदि का विशेष योगदान रहता है।