प्रधान एवं कोटेदार की मिलीभगत से गरीबों के सरकारी राशन की धड़ल्ले से हो रही कालाबाजारी
1 min readरिपोर्ट -ब्यूरो चीफ गोण्डा
जिलापूर्ति अधिकारी गोंडा को भेजे गये शिकायती पत्र में कोटेदार पर ग्रामीणों ने लगाया गंभीर आरोप
गोण्डा। जिले के विकास खंड पंडरी कृपाल के ग्राम पंचायत नरौरा अर्जुन में कोटेदार द्वारा राशन वितरण में धांधली करके अवैध तरीके से सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी और वितरण में की जा रही अनियमितता/घटतौली से काफी त्रस्त होकर गांव के अनेकों ग्रामीणों/ कार्डधारकों ने कोटेदार पर खाद्यान्न की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए संपूर्ण प्रकरण की टीम गठित करके जांच कर दोषी/संबंधित कोटेदार के विरुद्ध विधिक कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
मामला विकास खंड पंडरी कृपाल व थाना कोतवाली देहात के अन्तर्गत ग्रामसभा खिरौरा मोहन के नरौरा अर्जुन का है, यहाँ के निवासी सुनील कुमार, रामदीन, सुधीर कुमार, चन्द्र भान, शुभम दूबे, अजीत उपाध्याय, आकाश तिवारी आदि अनेकों ग्रामीणों ने जिलापूर्ति अधिकारी गोंडा को भेजे गये शिकायती पत्र में कोटेदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि कोटेदार क्यूटी मिश्रा पत्नी विकास मिश्रा निवासिनी ग्राम खिरौरा मोहन थाना कोतवाली देहात जनपद गोंडा द्वारा प्रत्येक माह प्राप्त राशन को खुले बाजार में कालाबाजारी कर लिया जाता है और पात्र गृहस्थी व अन्त्योदय आदि राशन कार्ड धारकों को राशन नहीं बांटा जाता है। यदि किसी महीने में राशन बांटते हैं तो घटतौली व कटौती करके राशन देते हैं जबकि शासन के मंशा के अनुरूप ना तो राशन वितरण करते हैं और निर्धारित मूल्य से अधिक रुपये कार्ड धारकों से ले लेते हैं। वहीं नि:शुल्क राशन वितरण स्कीम में कार्डधारकों से मनमानी ढंग से पैसा वसूल लेते हैं। यदि किसी ने विरोध किया तो उसका नाम राशन कार्ड से कटवा देते हैं। इस प्रकार सरकारी खाद्यान्न का कालाबाजारी करते हुए मनमानी तरीके से अपने दबंगई के बल पर अवैध धन उगाही व कार्डधारकों का शोषण करते हैं तथा अपने चिन्हित व्यक्तियों को ही राशन वितरित करते हैं। ऐसी स्थिति में सरकारी राशन की कालाबाजारी को रोकने हेतु घटतौली व निर्धारित मूल्य से अधिक रूपये लेने के संबंध में टीम गठित करके जांच कराकर दोषी/संबंधित कोटेदार के विरुद्ध विधिक कार्यवाही किया जाना न्यायोचित है। यही नहीं ग्रामीणों ने कोटेदार द्वारा सरकारी राशन की कालाबाजारी करने हेतु पिकप पर राशन लादते समय का वीडियो भी शिकायतकर्ता व ग्राम वासियों के पास उपलब्ध होना बताते हुए शिकायती पत्र में संलग्न दर्शाया गया है। ग्रामीणों के मुताबिक ग्राम प्रधान रिंकी मिश्रा पत्नी विशाल मिश्रा एवं कोटेदार ब्यूटी मिश्रा पत्नी विकास मिश्रा जो कि एक ही परिवार से हैं तथा इनके ससुर रामकिशुन मिश्रा जो कि हिस्ट्रीशीटर हैं जिनके विरुद्ध करीब ढाई दर्जन मुक़दमे दर्ज हैं। जिसके वजह से कोटेदार और ग्राम प्रधान मिलीभगत कर धड़ल्ले से गरीबों के सरकारी राशन की कालाबाजारी कर रहे हैं। इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों से लेकर उच्चाधिकारियों तक शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। शिकायत कर्ता ग्रामीणों ने संपूर्ण प्रकरण की टीम गठित करके जांच कराकर दोषी/संबंधित कोटेदार के विरुद्ध विधिक कार्यवाही किये जाने की मांग की है।