ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फाउंडेशन उत्तर प्रदेश के राज्य सम्मेलन का उद्घाटन
1 min readरिपोर्ट – ललित चतुर्वेदी
बाराबंकी। मोदी सरकार ने शिक्षा का बजट कम करके निजीकरण का रास्ता अपनाया है यह विचार व्यक्त करते हुए आल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन उ प्र के राज्य सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव अरविन्द राज स्वरुप ने कहा कि योगी सरकार अध्यापकों की भर्ती न करके शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है
शिक्षा ने निजीकरण के ख़िलाफ़ आल इंडिया स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन के 30वें राज्य सम्मेलन की शुरुआत हुई।
शहर भर में रैली निकाल कर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया, झंडारोहण के बाद वक्ताओं में ंपे िके पूर्व नेता हेमंत नंदन ओझा ने छात्रों की सफलता में अवसरों की कमी पर चिंता व्यक्त की उन्होंने कहा की छात्रों के सपने मारे जा रहे हैं नौकरियों पर पाबंदी है।
जौनपुर से आए कामरेड जयप्रकाश सिंह ने कहा की जेलों में रहकर हमने राजनीति का हुनर सीखा और नारा लगाया की जो चीज़ सरकारी है वह हमारी है, जिस तरह सरकारी सम्पत्तियों की बेचा जा रहा है उस तरह यह एक नारा मात्र बनकर रह गया है
लखनऊ उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता वाई एस लोहित ने कहा की छात्रों को निराशावादी नहीं होना चाहिए और छात्रों को वैज्ञानिक समाजवाद के रास्ते पर चलकर आओने मौलिक अधिकारों की लड़ाई लड़ते हुए शिक्षा के राष्ट्रीयकरण का मुद्दा उठाना चाहिए।
ंपे िके पूर्व महासचिव काम्रैड विश्वजीत कुमार ने कहा की शिक्षा सबसे बदा राजनीतिक सवाल है
नयी शिक्षा नीति इंसान को एक मशीन मात्र मैं बदलने की नीति है, कोविड 19 के संकट के बाद हमारा नारा “ शिक्षा चिकित्सा और रोज़गार” पर केंद्रित होना चाहिए। सम्मेलन आए हुए प्रतिनिधियों का स्वागत कामरेड रणधीर सिंह सुमन ने किया।