सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर से गोला के कोहना-सोढाबीर समेत दर्जनों गांव बाढ के पानी से घिरे
1 min readरिपोर्ट -ब्यूरो चीफ
-तहसील प्रशासन द्वारा कोई ब्यवस्था न होने से ग्रामीणो मे नाराजगी
-गांव में आबादी के बीच बाढ का पानी पहुंचने से दहशत जदा ग्रामीण
-नदी के बढते जलस्तर स्तर गांव में भय व दहशत का माह
गोरखपुर। गोला क्षेत्र में सरयू नदी का तेजी से बढता जल स्तर अब विकराल रूप अख्तियार करता जा रहा। और नदी का पानी अब कोहना सोढाबीर समेत दर्जन भर से अधिक गांवों में आबादी के बीच तक पहुंच चुका है। खेतों में खड़ी फसले डूब जाने से किसान चिंतित है। तो वहीं नदी के इस रौद्र रूप को देखकर बाढ प्रभावित गांवों समेत क्षेत्रीय गांव-कस्बों में भय व दहशत का माहौल है। विकास खण्ड गोला के गोपालपुर के दक्षिण सरयू तट पर बसे कोहना,सोढाबीर, गोड़ियाना,परनई,बिसरा गांव मंगलवार की रात तेजी से बढे नदी के बाढ के पानी से चारों तरफ से पूरी तरह घिर गया है। बाढ के कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए है। गांव में निजी नाव लगाकर ग्रामीण आवागमन कर रहे। बावजूद इसके स्थानीय ब्लाक एवं तहसील प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावितों का हाल-चाल नही लेने के कारण गांव में आक्रोश व्याप्त है।
कोहना गाव निवासी अजय यादव,राम बेलाश यादव,रामजस यादव,लालबचन, रामकरन,इन्द्रजीत,प्यारे हरिजन,जवाहर,हीरा,मोती,रामराज,लक्ष्मी,रामहरि, कौशल,दीनानाथ,देवनरायन,कालीचरन व नन्हे यादव समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा कि हर साल की यही स्थिति है। बावजूद इसके शासन-प्रशासन समय से पहले कोई तैयारी नही करते है। ग्रामीणों का कहना है कि जल स्तर बढने का आलम एक-दो दिन तक ऐसे ही जारी रहा तो 1998 से भी भयानक बाढ के हालत होंगे। और बाढ काफी तबाही मचाएगी। लोगो का यह भी कहना है की तहसील प्रशासन के लोगो का कही अता-पता तक नही है।
बाढ की चपेट में बारानगर की मां वीर कालिका माता मंदिर व मल्लाह टोली
विकास खण्ड गोला क्षेत्र के ही बारानगर गांव में सरयू तट पर स्थित मां वीर कालिका का प्रसिद्ध मंदिर और मल्लाह टोली सरयू नदी के आए बाढ की चपेट में है। बाढ प्रभावित गांवों में ग्रामीणों एवं मवेशियों के लिए प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नही किए जाने को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों ने प्रशासन से बाढ से बचाव एवं राहत कार्य करने की गुहार लगाई है। नदी का जलस्तर लगातार बढ रहा। प्रशासन का बाढ के हालात पर मुस्तैद नजर बनाए हुए है। कोहना-सोढाबीर आदि गांवों में बाढ के हालात की जानकारी नही थी। वहां के हालात का जायजा लेकर बाढ प्रभावितों का हर संभव मदद किया जाएगा।
-रोहित मौर्य,उपजिलाधिकारी-गोला