क्षेत्राधिकारी बीनू सिंह के आदेशों को कोतवाली रामनगर पर नहीं हो रहा है पालन
1 min readरिपोर्ट-उमेश तिवारी
रामनगर,बाराबंकी। रामनगर तहसील का मामला बताया जा रहा है कि पीड़ित ने बताया कि दोमाह पूर्व जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत राजस्व लेखपाल सुरेश जमीन नापने के संबंध में। रिपोर्ट मांगी थी। सुरेश लेखपाल विपक्ष से मिलकर रिपोर्ट लगाने में हीरा वाली करते रहे। लेखपाल ना तो नाप की रिपोर्ट लगाई गई। और ना ही सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई आवेदन का उत्तर भी नहीं दिया गया। पीड़ित ने जब तहसील रामनगर तहसीलदार। कार्यालय के रजिस्टर दिनांक सहित पता चला। कि यह सूचना अधिकार आवेदन राजेंद्र उर्फ डोलिया को रिसीव करा दी गई है। तब पीड़ित ने डोलिया से जानकारी चाही लेकिन राजेंद्र उर्फ डोलिया ऑन ड्यूटी पर दारू पी रखी थी। पीड़ित से अभद्र भाषा का प्रयोग किया। पीड़ित ने उप जिलाधिकारी तान्या सिंह को एक प्रार्थना पत्र उसी 2 घंटे बाद दीया। जिसमें पीड़ित द्वारा बताया गया की आन डीयूटी राजेंद्रडोलिया दारु पी रखी है। और मुझसे अभद्र भाषा का प्रयोग किया है उप जिलाधिकारी तान्या सिंह ने आश्वासन देकर कहा मैं जांच कर आऊंगी और पीड़ित से आवेदन ले लिया। जब पीड़ित को कोई न्याय नहीं मिला। तब पीड़ित ने 1076 पर शिकायत की। शिकायत संदर्भ सहित कोतवाली रामनगर भेजी गई। जिसमें नरेन्द्र द्वारा आरक्षी द्वारा दिनांक 9, 10, 2020 को दूरभाष से पीड़ित से पूछताछ की पीड़ित ने आपबीती नरेन्द्र आरक्षी को बताया। तब नरेन्द्र आरक्षी ने पीढ़ी से कहा की मैं जांच करने गया था। राजेंद्र उर्फ डोलिया। ने कहा की मैं पीड़ित से माफी मांग सकता हूं। तब पीड़ित ने नरेन्द्र आरक्षी से पीड़ित ने कहा की जिस जगह की घटना है अगर राजेंद्र उर्फ डोलिया उसी जगह पर माफी मांग ले तो मैं माफ करूंगा। या आमने सामने बुलाया जाए। पीड़ित को आश्वासन देकर कहा गया। कि हम राजेंद्र उर्फ डोलिया से बात करके बताएंगे। दोबारा पीड़ित से कोई बात नहीं बताई गई। ना ही पीड़ित को बुलाया गया। और सुमित एसआई हल्का रामनगर द्वारा फर्जी रिपोर्ट लगाकर 1076 पर भेज दिया गया। और सुमित शर्मा एसआई द्वारा भ्रामक रिपोर्ट लगाई गई जिसमें लिखा गया पति कथित पत्रकार जिसकी शिकायत पीड़ित द्वारा क्षेत्राधिकारी बीनू सिंह के समक्ष पेश होकर अपनी आपबीती सुनाई और पीड़ित के पास साक्ष्य भी मौजूद है। यह लापरवाही कोतवाली रामनगर पर होती है अभी तक सुमित शर्मा एसआई रामनगर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है अब देखना यह है की एसआई वाह नरेन्द्र आरक्षी दोनों लोगों के ऊपर क्षेत्राधिकारी बीनू सिंह द्वारा कार्रवाई होती है की कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है यह तो राम भरोसे।