मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता’’ विषयक आयोजित हुई भाषण प्रतियोगिता राजकीय इण्टर कालेज के प्रतीक मिश्रा रहे अव्वल
1 min readरिपोर्ट-राहुल वर्मा
बहराइच। आज़ादी का अमृत महोत्सव एवं आयुर्वेद का अमृत काल कार्यक्रम के अन्तर्गत स्व. ठाकुर हुकुम सिंह किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बहराइच में ‘‘मेरे दैनिक जीवन में आयुर्वेद की उपयोगिता’’ विषयक भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमें कक्षा 09 से कक्षा 12 तक के अध्ययनरत 100 से अधिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त प्रतियोगिता में राजकीय इण्टर कालेज बहराइच के प्रतीक मिश्र ने प्रथम, बाल शिक्षा निकेतन गर्ल्स इण्टर कालेज की अमृता अवस्थी ने द्वितीय व श्री सरस्वती इण्टर कालेज रिसिया की दिव्या अग्रहरि ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। साथ ही स्वामी विवेकानन्द इण्टर कालेज महसी की छात्रा अंशिका त्रिवेदी एवं राम बहादुर सिंह इण्टर कालेज केलागाँव महसी की छात्रा स्वाति तिवारी को सांतवना पुरस्कार हेतु चयनित किया गया।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ अशोक कुमार पाण्डेय ने बताया कि जनपद में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार प्राप्त प्रतिभागियों को मण्डल स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर प्रदान किया गया। जिसमें अमृता अवस्थी ने प्रथम तथा प्रतीक मिश्र ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र ने कलेक्ट्रेट स्थित अपने चैम्बर में विजेता प्रतिभागियों को डेमो चेक प्रदान किया तथा उनका उत्साहवर्धन करते हुए राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले जनपद के दोनों बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए विजयी होने का आर्शीवाद प्रदान किया।
डीएम डॉ. चन्द्र ने बताया कि आज़ादी का अमृत महोत्सव एवं आयुर्वेद का अमृत काल कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘‘हर दिन हर घर आयुर्वेद’’ की थीम पर 7वें आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में 23 अक्टूबर 2022 तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। आयोजन का मुख्य उद्देश्य यही है कि जनसामान्य विशेषकर छात्र-छात्राओं व आज की युवा पीढ़ी को आयुर्वेद के विषय में आधारभूत जानकारी दी जाये तथा औषधीय पौधों का रोपण किया जाये। इसके साथ ही घर में उपलब्ध मसालों का औषधीय प्रयोग विषयों पर रोचक जानकारी भी प्रदान की जाय। मोटे अनाजों की उपयोगिता तथा खान-पान सम्बन्धी नियमों का पालन किया जाये।
डीएम ने कहा कि मा. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी व प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा है कि योगा एवं आयुर्वेद को घर-घर व जन-जन तक पहुॅचाया जाय और इस कार्यक्रम के माध्यम से वनस्पति में विद्यमान नाना प्रकार के औषधीय गुणों से लोगों को परिचित कराया जाय। जनस्वास्थ्य के लिए आवश्यक है कि लोग अपने आस-पास मौजूद वनस्पति के औषधीय गुणों से वाकिफ होकर स्वयं के साथ-साथ परिवार को भी स्वस्थ रख सकें। डीएम डॉ. चन्द्र बताया कि मा. मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रत्येक आगंनबाड़ी केन्द्र व स्कूल में पोषण वाटिका विकसित कर फल-फूल के साथ-साथ औषधीय गुण रखने वाले पौधों यथा नीबू, आवला, सहजन, करौदा, कटहल, अनार, आम, अमरूद के पौधे लगाये जा रहें हैं, ताकि लोगों को अपनी रोज़मर्रा की जिन्दगी में इनके महत्व की जानकारी हो सके।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी मनोज, उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, पीओ डूडा संजय सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी अनन्त प्रताप सिंह, राजकीय इण्टर कालेज बहराइच के प्रधानाचार्य डॉ राजेश प्रताप सिंह, बाल शिक्षा निकेतन की प्रधानाचार्या अर्चना मराठे सहित अन्य सम्बंधी मौजूद रहे।