गरीबों के घरों को रोशन कर समाजसे्वी मनाते हैं अपना त्यौहार
1 min readरिपोर्ट -नूर मोहम्मद
उतरौला(बलरामपुर) अपने लिए तो सभी जीते हैं मगर इंसान वही जो दूसरों के काम आये। जी हां हमारे शहर में कुछ ऐसे चिर-परिचित समाजसेवी व चुनिंदा अधिकारी हैं जो तीज-त्योहारों पर पहले दूसरों के लिए करते हैं उसके बाद खुद के लिए।कोई वस्त्र भेंट करता है तो कोई भोजन कोई बच्चों को पटाखा देता है तो कोई मिठाई तो कोई आर्थिक मदद करता है। तो वहीं कोई अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरे को बचाता है।आइये जानते हैं अपने शहर के वो कौन शख्सियत हैं जो बिंदास होकर दूसरों के काम आते हैं।उनकी मदद कर उनके घरों में खुशियां भरते हैं।
यह समाजसेवी डा०एहसान हैं जो हर किसी आपदा में पीड़ितों की मदद करते हैं त्योहारों में गरीबों बेसहारा बच्चों को मिठाई,भोजन, वस्त्र बांटते हैं इस पुनीत कार्य में हिस्सा इनके छोटे भाई डा०अताउल्ला खां भी निभाते हैं।इनका दान करने का अंदाज सबसे अलग हैं आपदा के विषम परिस्थितियों में जहां सहायता के लिए लोगों को राशन सामग्री किट व पका पकाया भोजन वितरण करते हैं लाक डाउन के दौरान महानगरों से वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों को भोजन ,पानीकी बोतल,व राहत सामग्री कई दिनों तक वितरित किया था।वहीं विभिन्न त्योहारों पर जेल बंद कैदियों को फल,मिठाई वितरण करते आ रहे हैं।
पेहर चौकी इंचार्ज शमसाद अली हैं जिन्होंने त्योहारों गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की हैं।दीपावली पर्व पर निर्धन परिवारों के बच्चों को पटाखे,फुलझड़ी ,मिठाई तथा बुजुर्गों व वृध्द महिलाओं को फल मिठाई,लक्ष्मी गणेश के फोटो समेत पूजन सामग्री वितरित किए वहीं विगत दिनों मध्य प्रदेश के रीवा में हुए सड़क हादसे रेड़वलिया पेहर निवासी दीनानाथ मोर्य पुत्र फागू के अंतिम संस्कार में शामिल होकर शव को कंधा देकर हिंदू मुस्लिम भाई चारे की मिशाल पेश की है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
शहर के प्रतिष्ठित विद्यालय संचालक एंव एम जे एक्टीविटी हाई स्कूल के प्रबंधक समीर रिजवी की बात ही निराली है दैविक आपदा हो या ईद, दीपावली हो या हिंदू मुस्लिम के अन्य त्योहार में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं कोरोना काल में लाक डाउन के दौरान आए प्रवासी मजदूरों को भोजन, पानी फल बिस्किट आदि का वितरण कर लोगों के दिल में जगह बनाई थी।इसी तरह होली,दुर्गा पूजा,मोहर्रम आदि त्योहार के जुलूसों के दौरान कस्बे में स्टाल लगाकर श्रध्दालुओं को पानी की बोतल,बिस्किट,शरबत ,फल फ्रूट आदि वितरण करते आ रहे है।
कस्बा चौकी इंचार्ज गुरसेन सिंह द्वारा दीपोत्सव पर निर्धन परिवार के बच्चों में मिठाइयां,पटाखे,फुलझड़ी,फल आदि वितरित किया गया।विगत दिनों बाढ़ के दौरान पचपेड़वा मार्ग स्थिति पाली पाला गांव के 11वर्षीय बालक अफजल पुत्र साबिर अली के बाढ़ में डूबने पर अपनी जान की परवाह न करते हुए गहरे पानी में कूदकर उसे बचा ली।जिसकी भूरि भूरि प्रशंसा क्षेत्रवासियों ने की थी।
यह हैं युवा समाज सेवी रब्बू सिद्दीकी जिनकी अगुवाई में दर्जनों युवाओं की टीम ने बाढ़ के दौरान जगह जगह स्टाल लगाकर बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री किट व दवा वितरण किया गया था।खासकर काशीराम आवास कालोनी के बाशिंदों के लिए मसीहा बनकर उभरे बाढ़ के दौरान भूख प्यास से व्याकुल पीड़ितों को कमर तक पानी में घुस कर लोगों तक राहत सामग्री किट व दवा मुहैया कराने का काम किया है।