अन्तर्राष्ट्रीय बाजार (USA, UK) में करोड़ों में नशीली दवाओं के कारोबार करने वाले (Online Drug Trafficking) साइबर अपराधियों के गिरोह का खुलासा
1 min readप्रमोद कुमार चौहान
गोण्डा-मादक पदार्थों के विरूद्ध चलाये जा रहे राज्यव्यापी अभियान के अनुक्रम में पुलिस अधीक्षक गोण्डा आकाश तोमर द्वारा जनपद समस्त क्षेत्राधिकारीगण/ समस्त थाना प्रभारियों व साइबर/सर्विलांस सेल को अपर पुलिस अधीक्षक जनपद गोण्डा के निर्देशन में अभियान चलाकर मादक पदार्थ तस्करों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया था । उक्त निर्देश के क्रम में जनपदीय साइबर/सर्विलांस सेल व कोतवाली नगर पुलिस को नशीली गोलियों के अन्तर्राष्ट्रीय साइबर अपराधियों के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त होने पर गोण्डा लखनऊ रोड स्थित महिन्द्रा एजेन्सी के पास दिनांक 30.10.2022 को रात्रि करीब 12.30 बजे हुण्डई वरना कार से अब्दुल हादी, अब्दुल बारी, विशाल श्रीवास्तव को नशीली गोलियों का लैपटॉप व मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन व्यापार करते गिरफ्तार किया गया, जिसमें अब्दुल हादी के पास से नशीली गोलियों का जखीरा बरामद हुआ जिसे उसके द्वारा बतौर सैम्पल अपने पास रखकर उनकी फोटो अपने ग्राहकों को भेजता था। अब्दुल हादी के पकड़े जाने से नशीली गोलियों के अन्तर्राष्ट्रीय साइबर रैकेट की कार्य प्रणाली व अन्य कई जानकारी प्रकाश में आयी है जिसके सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक गोण्डा के द्वारा पुलिस अधीक्षक जनपद गोण्डा के निर्देशानुसार अग्रिम प्रभावी कार्यवाही हेतु प्रयास किया जा रहा है।
अपराध करने का तरीका
गिरफ्तार अभियुक्त अब्दुल हादी द्वारा अमेरिका व यूरोपीय देशों में प्रतिबंधित नशीली दवाओं के बिक्री हेतु Skype App पर अपना अकाउण्ट बनाकर ड्रग्स बायर और पिल्स प्रोवाइडर से सम्पर्क कर यह ऑनलाइन साइबर क्राइम प्रारम्भ किया गया था। अभियुक्तगण द्वारा 3 वर्ष में ही लगभग 5 करोड़ रूपये का प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बिक्री आनलाइन तरीके से किया गया और करीब 2 करोड़ रूपये का लाभ प्राप्त किया गया । अभियुक्तगण द्वारा विभिन्न ऐप्स से वर्चुअल नम्बर क्रिएट कर अपने मूल पहचान को छिपाते हुए उन वर्चुअल नम्बरों से व्हाट्सएप एकाउंट बनाकर व्हाइट पेज वेबसाइट से विदेशी कस्टमर्स का डेटा प्राप्त करते थे । प्राप्त डेटा के माध्यम से कस्टमर्स/प्रोवाइडर से चैट/बात कर मांग के अनुसार लोकल वेण्डर्स से कस्टमर को प्रतिबंधित नशीली गोलियों की सप्लाई वहाँ के स्थानीय वेण्डर्स से कराते थे । इस तरह से उपरोक्त अभियुक्तगण द्वारा पिछले डेढ़ वर्षों में ऐसे विदेशी नागरिकों व लोकल वेण्डर्स जिनका प्रतिबंधित नशीली दवाओं का स्टाक अमेरिका में उपलब्ध था उनका डाटाबेस तैयार कर लिया गया था और वे अभियुक्तगण के नियमित ग्राहक व विक्रेता बन गये थे जिससे प्रतिबंधित नशीली दवाओं का ऑनलाइन व्यापार व्यापक रूप से चल रहा था । विदेशी कस्टमर्स द्वारा अभियुक्तगणों को PayPal,MoneyGram ,Western Union एवं क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भारत में स्थित अभियुक्तगण के खातों में करते थे । गिरफ्तार अभियुक्तगण को माननीय न्यायालय रवाना किया गया ।