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विद्युत विभाग के चर्चित कार्यकारी सहायक नियमों को ताक पर रखकर करते हैं ड्यूटी

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:-मुख्य अभियंता व एसडीओ में से कौन बोल रहा कितना सत्य

रिपोर्ट-अशहद आरिफ

गोण्डा। विद्युत वितरण खण्ड आर्यनगर द्वितीय के कार्यकारी सहायक पंकज सिंह कुशवाहा द्वारा 28 सितम्बर 2022 से 01 अक्टूबर 2022 तक अन्य जनपद में रहने के बाद हाजिरी रजिस्टर पर उपरोक्त अवधि की हाजिरी भर दी गई जिसकी खबर संज्ञान में आने के बाद भी कार्यवाही न होने से कहीं न कहीं विभागीय कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहा है। विदित हो कि दिनाँक 30.09.2022 को ही उनके कार्यालय में मौजूद हाजिरी रजिस्टर के माह सितम्बर 2022 के पृष्ठ की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई जिसमें 28.09.2022 से 30.09.2022 तक के कॉलम में कार्यकारी सहायक का हस्ताक्षर नही था। जिसकी खबर अखबारों में प्रकाशित होने के बाद दिनाँक 02.10.2022 को हाजिरी रजिस्टर में अनुपस्थित तिथि की हाजिरी कार्यकारी सहायक द्वारा अंकित कर दिए जाने की चर्चा जोरों से चलने लगी। विभागीय मिलीभगत की खबर सोशल मीडिया सहित अखबारों में प्रकाशित की गई। खबर को संज्ञान लेते हुए मुख्य अभियंता इ. राजीव मोहन द्वारा एक बार हाजिरी रजिस्टर के साथ एसडीओ एसपी पाण्डेय को अपने कार्यालय बुलाकर पूछताछ की गई पुनः दूसरी बार एसडीओ सहित कार्यकारी सहायक को कार्यालय में बुलाकर कर करीब 01 घण्टे तक वार्ता करने के बाद भी कार्यवाही नही की गई। कार्यवाही के बारे में जानकारी लेने पर मुख्य अभियंता ने बताया कि उपरोक्त तिथि में कार्यकारी सहायक कार्यालय में मौजूद था हाजिरी रजिस्टर में उसका हस्ताक्षर अंकित है कोई विशेष कमियां नही है। वहीं उपरोक्त प्रकरण में हुए शिकायत आईजीआरएस संख्या-40018322029556 पर अधिशाषी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड तृतीय द्वारा पत्रांक संख्या-3457 दिनाँक-29.10.2022 को यह लिखकर आख्या रिपोर्ट अपलोड किया गया कि उपरोक्त अवधि में तकनीकी समस्या के कारण कार्यकारी सहायक का अवकाश स्वीकृत नही हो सका था जिसकी स्वीकृत हेतु उपखण्ड अधिकारी द्वारा मैनुअल अग्रसारित कर दिया गया है। अब सवाल यह उठता है कि मुख्य अभियंता द्वारा हाजिरी रजिस्टर देखकर पत्रकारों से बताया गया कि 28,29,30 सितम्बर व 01 अक्टूबर को कार्यकारी सहायक की हाजिरी लगी है जबकि एक्सईएन तृतीय द्वारा लिखित रूप से कहा गया है कि कार्यकारी सहायक अवकाश पर रहे। अब देखना है कि विभागीय अनियमितता पर कौन कितना सत्य बोल रहा है जो जांच का विषय है।

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