स्थानीय थाने का खौफ गरीबों में इस तरह व्याप्त
1 min read( रिपोर्ट ) – शैलेन्द्र सिंह पटेल
बाराबंकी। स्थानीय थाने का खौफ गरीबों में इस तरह व्याप्त है कि वह खुद की मोटरसाइकिल न होने के कारण दूसरे की मोटरसाइकिल मांग कर अपने परिजन मरीज की दवाई लेने रामनगर आने को कतराते हैं ऐसी हालत में भले ही व्यक्ति की मौत क्यों न हो जाए लेकिन प्रशासन अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वाहन कर रहा है। बताते चलें कि यह यह मास यातायात नियम का बताया गया है। इस माह में केवल वाहनों की चेकिंग के लिए पुलिस वालों की ड्यूटी लगाई गई है। लेकिन इतनी बड़ी पुलिस की बर्बरता अच्छी भी नहीं है कि कोई गरीब व्यक्ति उसकी मां बाप या भाई बीमार है वह आनन-फानन में किसी तरह से मरीज को अस्पताल पहुंचाना चाह रहा है। लेकिन इस तरह की आपदा में हेलमेट नहीं लगाए है उसका भी इन पुलिस वालों के द्वारा रोककर के चालान किया जा रहा है। यह कहां की मानवता है भारतीय जनता पार्टी की सरकार को पलीता लगाने में प्रशासन भी कहीं पीछे नहीं है। इससे सरकार पर बहुत बड़ा धब्बा लग रहा है इस प्रकार के कृतियों को रोकने की बहुत ही जरूरत है।