पानी टंकी बना नुमाइश, शुद्ध पेयजल के लिए रहे तरस ग्रामीण
1 min readरिपोर्ट राम चरित्र वर्मा
उतरौला(बलरामपुर) तहसील उतरौला क्षेत्र के हुसेनाबाद बाजार में पांच करोड़ रुपए के लागत से बनने वाला पानी की टंकी का धन के अभाव में पांच वर्षों निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। इससे 42 मजरे के करीब बीस हजार आबादी को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है।तहसील उतरौला के ग्राम हुसेनाबाद बाजार में पानी की टंकी से वहां की आबादी के लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए शासन ने चार करोड़ निनानबे लाख रुपए जल निगम को आवंटित किया। उसके बाद शासन ने बजट की पहली किस्त दो करोड़ इक्यावन लाख रुपए आवंटित कर दिया। पहली किस्त मिलने पर कार्यदाई संस्था ने पानी की टंकी का निर्माण कर दिया लेकिन दूसरी किस्त न मिलने पर निर्माण कार्य पांच साल से ठप पड़ा है। शासन से बजट की दूसरी किस्त न मिलने पर ग्रामीणों के घरों में पानीं आपूर्ति के लिए पाइप लाइन नहीं बिछाई जा सकी है। वहीं बिजली का ट्यूबवेल तक नहीं लग सका। बजट का दूसरी किस्त न मिलने से विभाग ग्रामीणों के घरों तक पाइप लाइन बिछाकर शुद्व पेयजल आपूर्ति नहीं कर सका है। अधिशासी अभियंता जल निगम मुकीम अहमद ने बताया कि शासन से बजट की दूसरी किस्त मिलने पर बचे हुए सभी निर्माण कार्य पूरा करा दिया जाएगा।