युवक ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या की गई, इस बात की पड़ताल कर रही पुलिस
1 min readरिपोर्ट -ब्यूरो चीफ बलरामपुर
संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटकता मिला युवक का शव
थाना गैंड़ास बुजुर्ग की पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की कर रही जांच
देर रात तक फोन का जबाब न मिलने पर पिता ने पड़ोसियों को भेजा घर, मिली मौत की खबर
उतरौला(बलरामपुर)थाना गैंड़ास बुजुर्ग क्षेत्र के धोबहा गांव में शुक्रवार रात युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में छत के कुंडे से लटकता पाया गया। युवक ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या की गई, इस बात की पड़ताल पुलिस कर रही है। युवक के गले में अंगौछे का फंदा लगा था, और उसकी लाश कुंडे से लटकती मिली है। थाना गैंड़ास बुजुर्ग पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच कर रही है। धोबहा गांव निवासी 35 वर्षी राम गोपाल पुत्र भदई यादव का ससुराल सादुल्लाह नगर थाना क्षेत्र स्थित मीरपुर गांव में है। शुक्रवार को राम गोपाल के ससुराल में कोई कार्यक्रम था। राम गोपाल के पिता, पत्नी व बच्चे मीरपुर चले गए थे। देर शाम को भदई यादव ने राम गोपाल को फोन किया, लेकिन उठा नहीं। वह रातभर फोन करते रहे। राम गोपाल भी अपने ससुराल गया था, लेकिन वह देर शाम घर वापस आ गया था। भदई ने पड़ोसियों को फोन किया और घर भेजा। पता चला कि राम गोपाल का शव छत के कुंडे से लटक रहा है। राम गोपाल के मौत की खबर सुन घर वाले उल्टे पांव गांव की ओर निकल पड़े। बेटे का शव लटकता देख भदई बेहोश होकर गिर पड़े। पत्नी शीला देवी अचेत हो गईं। बच्चे चिघाड़ मारकर रोने लगे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच में जुट गई।राम गोपाल का गांव में किसी से नहीं था कोई विवाद भदई यादव के मुताविक राम गोपाल का किसी से कोई विवाद नहीं था। वह घर का इकलौता पुत्र है। उसकी दो पुत्रियां हैं। उसका गांव में कभी किसी से विवाद नहीं हुआ। माता मुटरा देवी की पहले ही मौत हो चुकी है। पत्नी शीला देवी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। शीला देवी का कहना है कि पति के साथ उनके सम्बन्ध बहुत अच्छे थे। कभी किसी बात को लेकर विवाद नहीं हुआ।उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि उनके पति की किसी ने हत्या की है। राम गोपाल ऐसे नहीं थे जो आत्महत्या करे। उन्होंने कभी भी घर में विवाद नहीं किया।भदई का इकलौता पुत्र था। राम गोपाल पिता भदई ने बताया कि राम गोपाल ही उनके जीवन का सहारा था। वह कह रहे हैं कि ऊपर वाले ने उसने उनकी बुढ़ापे की लाठी छीन ली। पत्नी को ऊपर वाले ने पहले ही बुला लिया अब बुढ़ापे का सहारा भी छीन लिया। राम गोपाल की दो पुत्रियां आठ साल की महक व तीन साल की आराधना हैं। बड़ी पुत्री रो-रोकर कह रही है कि यदि हम ननिहाल नहीं जाते तो पापा जिंदा होते। चार साल की पुत्री पापा से लिपटकर रोते हुए उन्हें जगाने का प्रयास कर रही है। पत्नी शीला देवी रह-रहकर बेहोश हो जा रही है। शुक्रवार रात से ही भदई के दरवाजे पर लोगों की भीड़ जुट गई। लोग परिवारीजनों को ढांढस बंधा रहे थे।