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जिले में नियम कानून ताक पर रखकर धड़ल्ले से हो रहा मिट्टी खनन का अवैध कारोबार

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रिपोर्ट -ब्यूरो चीफ गोण्डा

जिम्मेदार मौन,खनन माफिया के हौंसले बुलंद।

गोंडा। जिले में इन दिनों मिट्टी खनन का अवैध कारोबार बिना किसी रोक टोक के तेजी से चल रहा है। वहीं जिम्मेदार जानबूझकर मौन साधे हुए हैं और खनन माफिया के हौंसले बुलंद हैं। इसका जीता जागता उदाहरण इटियाथोक थाना सहित विभिन्न क्षेत्रों में देखा जा सकता है। जहां दिन रात भोर होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं खेतों में तो कहीं बंजर भूमि से जेसीबी से मिट्टी खनन धड़ल्ले से हो रहा है। इतना ही नहीं इस खनन के कारोबार में मिट्टी ढोने के लिए सर्वाधिक कृषि कार्य के लिए पंजीकृत ट्रैक्टर-ट्रालियों का प्रयोग नियम विरुद्ध किया जा रहा है। खनन विभाग व जिम्मेदार प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी इसे रोकने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। जबकि पुलिस कहती है,कि अवैध खनन रोकना उनका काम नहीं है। मिट्टी माफिया किसी नियम कानून की परवाह किए बगैर अवैध रूप में मिट्टी खनन कराने में लगे हुए हैं। इटियाथोक थाना क्षेत्र में कुआनों नदी व आसपास के गांव हिंदू नगर खास, विजय गढ़वा,सरकांड,बरडांड में बंजर भूमि के साथ किसानों के खेतों में भी मिट्टी की खोदाई की जा रही है। वहीं कुआनों के किनारे अक्सर कोई न कोई जेसीबी मिट्टी का खनन करते मिल जाएगा।शनिवार को हिंदू नगर खास गांव में मिट्टी खनन कर रहे कुछ लोगों को देखा गया। ग्रामीणों की मानें तो बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रालियों पर मिट्टी लदवाकर उन्हें ईंट भट्ठों पर उपयोग के लिए भेजा जा रहा है। लोगों का कहना है कि बिना आनलाइन आवेदन के ही मनमाने तरीके से मिट्टी का खनन कराया जा रहा है। नियमों की अनदेखी कर मानक से अधिक मिट्टी की खोदाई की जा रही है। जिम्मेदारों की इस अनदेखी के कारण राजस्व को भारी हानि पहुंच रही है। भले ही शासन-प्रशासन की ओर से अवैध खनन पर लगाम लगने का दावा किया जा रहा हो,लेकिन धरातल पर खनन का धंधा खूब फल-फूल रहा है। इससे खनिज संपदा के साथ-साथ राजस्व को चूना लगाया जा रहा है तो वहीं पर्यावरण को भी प्रदूषित करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है। वहीं जिम्मेदार जानबूझकर मौन साधे हुए हैं।

खनन के लिए परमिशन के यह हैं नियम-

-परमिशन लेने वाले को ऐसी जगह से मिट्टी निकालनी होती है, जहां पर कोई सड़क, सार्वजनिक मार्ग, भवन या सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान न हो।
– तय मानक से अधिक मिट्टी निकालने पर यह अवैध खनन होगा।
– परमिशन के बाद भी अगर सरकार, न्यायालय का कोई नया आदेश आएगा तो उसका पालन करना होगा।
– खनन के आसपास के खेतों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए।
– खनन वाली जगह पर अगर पेड़ हो तो उसे नुकसान न पहुंचे।
– पर्यावरण स्वच्छता प्रमाण पत्र के प्रभावी नियमों अधिसूचना एवं शर्तों के अनुसार खनन किया जायेगा।

जिम्मेदार के बोल-

मामले में खनन अधिकारी अभय रंजन का कहना है कि शीघ्र ही जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

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