बेजुबान जानवरों एवं पक्षियों को भीषण गर्मी से बचाने एवं जल संचयन को लेकर गूल खोदो महाभियान को जिलाधिकारी ने किया विधिवत शुभारम्भ
1 min readरिपोर्ट -राम चरित्र वर्मा
जिले कीे 793 ग्राम पंचायतों में एक साथ 1500 जगहों पर एक साथ शुरू हुआ गूले खोदने का महाभियान, नहरों एवं जलाशयों से जोड़ने की है योजना
मनेरगा श्रमिकों को उनके गांव में ही मिलेगा सौ दिन का रोजगार, प्रकृति संरक्षण के साथ विकास को मिलेगी नई गति
लोकसभा चुनाव के बीच बेजुबान जानवरों एवं पक्षियों को भीषण गर्मी से बचाने को लेकर जिलाधिकारी द्वारा शुरू की गई मुहिम ला रही रंग, ग्राम पंचायतों में तेजी से चल रहा है मनरेगा से गूले खुदवाने का काम
पशु-पक्षियों एवं प्रकृति का आदर करना हमारा नैतिक धर्म-जिलाधिकारी
बाढ़ एवं अग्निकाण्ड बचाव में भी बेहद मददगार साबित होगें नवनिर्मित गूले एवं भरे हुए तालाब-जिलाधिकारी
बलरामपुर।लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता समाप्त होते ही जिलाधिकारी अरविन्द सिंह द्वारा बेजुबान जानवरों एवं पक्षियों को भीषण गर्मी से बचाने, पीने का पानी मुहैया कराने, जल संचयन एवं भूगर्भ जल स्तर को सुधारने के लिए शुरू की गई अनूठी मुहिम तेजी से परवान चढ़ रही है। शनिवार को जिलाधिकारी अरविन्द सिंह ने विकासखण्ड श्रीदत्तगंज अन्तर्गत ग्राम पंचायत जिगना तथा विकासखण्ड उतरौला अन्तर्गत गाम पंचायत इमिलिया बनघुसरा में पंहुचकर विधिवत पूजन के साथ गूले खोदने के कार्य का औपचारिक शुभारम्भ किया। इस अवसर जिलाधिकारी ने 100 दिन का अपने गांव में ही रोजगार पाने वाले मनरेगा श्रमिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया तथा उनका इस पुनीत कार्य में योगदान के लिए उत्साहवर्धन भी किया तथा वहीं पर डीएम और सीडीओ ने पाकड़ के पौधे का रोपण भी किया। बताते चलें कि जिलाधिकारी अरविंद सिंह द्वारा बेजुबान जानवरों एवं पक्षियों को भीषण गर्मी से बचाने, पीने का पानी मुहैया कराने, जल संचयन एवं भूगर्भ जल स्तर को सुधारने के लिए ग्राम पंचायतों में गूल खोदो महाअभियान की शुरूआत लोकसभा चुनाव के दरम्यान की गई थी। परन्तु निर्वाचन की आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के कारण मनरेगा आईडी जनरेट नहीं की सकी थी। अब चुनाव समाप्त होते ही इस महाअभियान को युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है । महाअभियान का विधिवत शुभारम्भ करने के उपरान्त जिलाधिकारी अरविंद सिंह ने कहा कि इस महाअभियान से एक ओर जहां भीषण गर्मी में बेजुबान जानवरों को पीने का पानी मिल सकेगा वहीं दूसरी ओर नहरों का पानी जो व्यर्थ चला जाता है उसे गूलों के माध्यम से तालाबों को भरवाने का काम शुरू कर दिया गया है। इस पानी से सिंचाई का कार्य तो होगा ही साथ जलसंचनय में बेहद उपयोगी सिद्ध होगा। बाढ़ के समय गूलों के माध्यम ये नहरों एवं जलाशयों का पानी गूलों के बाढ़ नियंत्रण में भी बेहद कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ज्यादातर खेत खाली हैं और फसलों की सिंचाई का कार्य नहीं हो रहा जिससे संचालित नहरों का पानी व्यर्थ चला जा रहा है। इसलिए नहरों के पानी का सदुपयोग करते हुए गूलों को भराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पशु-पक्षियों का आदर और सेवा करना हमारा नैितक धर्म है। यह अभियान इस पावन कार्य में मील का पत्थर साबित होगा। इस अभियान से जहां एक ओर पशु-पक्षियों को पीने का पानी मिलेगा वहीं किसानों के लिए भी यह अभियान वरदान साबित होने वाला है। महा अभियान के विधिवत शुभारम्भ के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संजीव मौर्य, डीसी मनरेगा सतीश पाण्डेय, पीडी डीआरडीए सी0पी0 श्रीवास्तव, बीडीओ श्रीदत्तगंज संजय कुमार वर्मा सहित ग्राम प्रधानगण व अन्य उपस्थित रहे।