बाढ़ आपदा से बचाव को लेकर मॉक ड्रिल कल, तैयारियां पूरी
1 min readरिपोर्ट -ब्यूरो बलरामपुर
अपर जिलाधिकारी ने अधिकारियों संग सिसई घाट एवं कम्पोजिट विद्यालय सिसई का किया निरीक्षण
बलरामपुर।गुरूवार 25 जुलाई 2024 को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गृह मंत्रालय, भारत सरकार नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन मे जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बलरामपुर द्वारा तहसील बलरामपुर अन्तर्गत राप्ती नदी के सिसई घाट पर आपदा से बचाव पर आधारित मॉक एक्सरसाइज की जाएगी।बुधवार को अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार की अध्यक्षता में मॉक एक्सरसाइज को सकुशल सम्पन्न कराने को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकरियों के साथ महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गई जिसमें विभिन्न विभागीय अधिकारियों के दायित्वों के बारे में विस्तार से बताया गया तथा बैठक के बाद एडीएम ने पूरी टीम के साथ सिसई घाट तथा कम्पोजिट विद्यालय सिसई का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को तैयारियों के सम्बन्ध निर्देश दिये।बताते चलें कि मॉक एक्सरसाइज का आयोजन सिसई घाट पर तथा स्टेजिंग एरिया व बाढ़ राहत शिविर की स्थापना कम्पोजिट विद्यालय सिसई में निर्धारित है। बाढ़ से बचाव के लिए होने वाली इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य जिला प्रशासन की आपदा से निपटने को लेकर तैयारियों को परखना व जनजागरूकता फैलाना है। सिसई घाट पर नाव पलटने की सूचना कन्ट्रोल रूम में प्राप्त होते ही आपदा से सम्बन्धित अधिकारी डीएम, एसपी, सीडीओ, एडीएम, एसडीएम, फ्लड पीएसी एवं एनडीआरएफ के जवान, सीएमओ की मेडिकल टीम एम्बुलेन्स के साथ तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंचेगी तथा बचाव कार्य किया जाएगा। डूबने से बचाये गये व्यक्ति की सीपीआर देने के बाद मरीज को पीएचसी सिसई में एडमिट कराया जाएगा। इसके बाद दूसरी घटना में की सूचना कन्ट्रोल रूम मेें मिलेगी कि टापू पर 05 व्यक्ति फंस गये हैं उन्हें सकुशल निकालना है। सूचना पर टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कार्य किया जाएगा। इसके तीसरा घटनाक्रम होगा कि राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बाए़ आने की संभावना है। इसलिए प्रशासन की टीम गांव में सूचना प्रसारित करेगी कि वे सब अपने जरूरी सामानों के साथ जिला प्रशासन द्वारा कम्पोजिट विद्यालय सिसई में बनाये गये बाढ़ शरणालय में पहंुचें। राजस्व टीम उन्हें अपने साधन से बाढ़ शरणालय तक लाने का प्रबन्ध करेगी। इसके बाद बाढ़ शरणालय में लाये गये व्यक्तियों एवं मवेशियों का मेडिकल चेकअप टीमों द्वारा किया जाएगा तथा अन्य आवश्यक प्रन्ध किये जाएगें।इस मॉक एक्सरसाइज में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों एनडीआरएफ, फ्लड पीएसी, पुलिस व आपदा से सम्बन्धित अन्य सभी विभागीय अधिकारियों, जनसामान्य एवं आपदा मित्रों की उपस्थिति रहेगी।