दशरथ मरण का मंचन देख शोक में डूबा पूरा पंडाल
1 min readसंवाददाता – विवेक श्रीवास्तव
बढनी चाफा, सिद्धार्थ नगर। आदर्श राम लीला समिति बढनी चाफा के तत्वावधान में आयोजित ग्यारह दिवसीय राम लीला मंचन के पांचवें रात्रि कलाकारों ने प्रभु राम, निषाद राज का भेट, राम केवट संबाद और महाराजा दशरथ मरण का सुन्दर मंचन कर उपस्थित श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।इस रात्रि कलाकारों ने अपने मंचन में दिखाया कि प्रभु राम लक्ष्मण व सीता मईया को आर्य सुमंथ रथ से कौशल राज की सीमा तक छोड़ देते हैं। प्रभू राम अपने राज्य की मिट्टी को प्रमाण कर क्षमा मांगते हैं। आगे चल कर सखा निषाद राज से भेट होती है। निषाद राज बचपन के सखा को देकर हर्षित होता है। आगे वनबास के लिए रोकने लगता है। बहुत अधिक समझाने बुझाने के बाद राम निषाद राज के भेट कर आगे बढते है। केवट से मुलाकात होती है। काफी देर तक केवट और प्रभु राम का संबाद चलता है। अंत में केवट अपने आराध्य राम, लक्ष्मण व सीता मईया को यमुना नदी पार कराते हैं। उधर राजदरबार में महाराज दशरथ पुत्र वियोग में विचलित हो जाते हैं। स्वास्थ्य खराब हो जाता है। अंत में पुत्र के वियोग में उनकी मृत्यु हो जाती है। चारों ओर दुख के संकट छाने लगते हैं। पूरा पंडाल दशरथ के मृत्यु से शोकाकुल हो जाता है।इस मौके पर समिति के अध्यक्ष राम नेवास यादव, राज कुमार गुप्ता, कपिल देव, विद्या सागर गुप्ता, धर्म राज वर्मा, राजेन्द्र वर्मा, जेपी मौर्या, संजय कुमार गुप्ता, तिलक राम कसौधन, राम कुमार कसौधन, मुन्ना लाल गुप्ता, रिषि गुप्ता, उपेन्द्र यादव, मंटू जायसवाल, रवि गुप्ता, अमित गुप्ता आदि लोग उपस्थित थे।