विद्युत कनेक्शन के बावजूद विभाग ने दर्ज कराया बिजली चोरी का मुकदमा
1 min readरिपोर्ट -प्रमोद कुमार चौहान मे
हनौन विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारियों का खेला उजागर, पीड़ित ने लगाए गंभीर आरोप
गोंडा-जिले में मेहनौन विद्युत उपकेंद्र के कर्मचारियों का खेल उजागर हुआ है। विद्युत विभाग के जिम्मेदारों की कारस्तानी की सजा इटियाथोक थाना क्षेत्र के परास खाल गांव के रहने वाले संदीप कुमार पुत्र बैजनाथ को भुगतनी पड़ रही है। पीड़ित का आरोप है कि बिजली कनेक्शन होने के बाद भी विभाग की टीम ने उनके विरुद्ध बिजली चोरी करने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा दिया। इतना ही नहीं विभाग ने उन्हें जानकारी भी नहीं दी। उन्हें मामले की जानकारी तब हुई,जब थाने से मुकदमा दर्ज किए जाने की फोन पर सूचना मिली। मुकदमे की जानकारी होने पर पूरे परिवार के होश उड़ गए। अब पीड़ित की बात सुनने को विद्युत विभाग के अफसर तैयार नहीं है।हैरान-परेशान परिवार न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रहा है।इटियाथोक थाना क्षेत्र के परास खाल गांव निवासी संदीप कुमार के मुताबिक 21 मार्च 2018 को मेहनौन विद्युत उपकेंद्र से बिजली कनेक्शन लिया था। आरोप है कि दीपावली से पहले विभाग के जेई टीम के साथ जांच करने संदीप के गांव पहुंचे। उस समय वह घर पर मौजूद नहीं थे। पीड़ित ने बताया कि विद्युत विभाग की टीम ने बिजली चोरी करने का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा दिया। जबकि वास्तविकता यह है कि मार्च 2018 में ही विद्युत विभाग ने कनेक्शन दिया था,जिसकी रसीद मौजूद है। वहीं विभाग ने मुकदमा दर्ज कराने की जानकारी भी नहीं दी।
विद्युत चोरी के केस में है यह है प्रावधान
विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुताबिक जिस व्यक्ति पर बिजली चोरी का केस दर्ज होता है। उस पर राजस्व निर्धारण कर पहले सेक्शन थ्री की नोटिस दी जाती है। वह भी रजिस्टर्ड डाक से उस व्यक्ति के पते पर भेजा जाता है। संदीप कुमार के मामले में न तो उन्हें जानकारी दी और ना ही नोटिस भेजा गया।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
विभाग के एसडीओ पीयुष सिंह ने बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में नहीं है,जानकारी करके उचित कार्रवाई की जायेगी।