जिलाधिकारी ने फसल अवशेष प्रबंधन प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
1 min readरिपोर्ट -ब्यूरो बलरामपुर
तीनों तहसीलों में प्रचार वाहन द्वारा कृषकों को पराली न जलाने एवं पराली प्रबंधन को किया जाए जागरूक
पराली को जलाए नहीं , बनाए आय का जरिया – जिलाधिकारी
बलरामपुर।खेतों में पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ खेत की उर्वरक क्षमता कम होने से पैदावार में प्रतिकूल प्रभाव तथा फसल अवशेष (पराली) प्रबंधन के विषय में कृषक भाइयों जागरूक किए जाने को जिलाधिकारी पवन अग्रवाल द्वारा तहसीलवार फसल अवशेष प्रबंधन प्रचार वाहन को कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।पराली प्रबंधन प्रचार वाहन द्वारा तहसीलों , विकासखंड एवं ग्राम पंचायत में जाकर कृषक भाइयों को पराली न जलाने के लिए जागरूक किया जाएगा तथा पराली जलाने से होने वाले नुकसान जैसे पर्यावरण प्रदूषण एवं मृदा के पोषक तत्वों की क्षति आदि की जानकारी प्रदान की जाएगी।इस अवसर पर जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने कहा कि पराली जलाने से वायु प्रदूषण के साथ-साथ थे मृदा के पोषक तत्वों की भी क्षति होती है , जिससे पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।उन्होंने कहा कि किसान फसल अवशेष को आय का जरिया बना सकते हैं। कृषि विभाग द्वारा किसानों को निशुल्क डी कंपोजर कैप्सूल प्रदान किया जा रहा है। इसके प्रयोग से कृषक पराली को खाद बनाकर फसल पैदावार बढ़ा सकते हैं।इस दौरान एडीएम वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार, उपनिदेशक कृषि नरेंद्र कुमार व अन्य संबंधित अधिकारी, कर्मचारी गण उपस्थित रहे।