दूसरे व्यक्ति की जमीन को फर्जी बैनामा करने वाले 02 शातिर अभियुक्त गिरफ्तार
1 min readरिपोर्ट – राम चरित्र वर्मा
रेहरा बाजार, बलरामपुर।वादी मकुदमा राजकुमार उर्फ राम भूलन पुत्र सुमिरन निवासी ग्राम अगया बुजुर्ग कुरकुटपुरवा थाना रेहरा बाजार जनपद बलरामपुर द्वारा लिखित सूचना दिया कि कुछ लोगो द्वारा वादी के गाटा संख्या 47 मि0 / 1.1490 हे० जो कि ग्राम अगया बुजुर्ग में स्थित है को छलपूर्वक फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी विक्रेता द्वारा व क्रेता तथा रजिस्ट्री के गवाहान की मिलीभगत से प्रार्थी की उक्त भूमि मे से 9 बीघा 19 बिस्वा को विभिन्न तिथियों में बैनामा कर देने के सम्बन्ध में थाना रेहरा बाजार पर दिनांक 20.01.2025 को मु0अ0सं0 08/2025 धारा 419/420/467/468/471 भादवि0 बनाम राम दुलारी पत्नी छंगाराम निवासी ग्राम सहायकपुरवा गुमडी थाना श्रीदत्तगंज जनपद बलरामपुर आदि 20 नफर के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था।पुलिस अधीक्षक बलरामपुर विकास कुमार द्वारा उक्त पंजीकृत अभियोग जिसमें बड़े पैमाने पर धोखाध़ड़ी कर बड़े क्षेत्रफल की जमीन की हुई जालसाजी की घटना के अनावरण हेतु दिय गये सख्त निर्देश के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी श्रीमती नम्रिता श्रीवास्तव व क्षेत्राधिकारी उतरौला बलरामपुर राघवेन्द्र सिंह के पर्यवेक्षण में तथा थाना प्रभारी जितेन्द्र कुमार प्रशिक्षु क्षेत्राधिकारी थाना रेहरा बाजार बलरामपुर के नेतृत्व में आज दिनांक- 21.01.2025 को थाना रेहरा बाजार पुलिस टीम द्वारा बड़े पैमाने पर की गयी धोखाधड़ी की घटना का अनावरण करते हुए मुख्य अभियुक्तगण (बैनामा कराने वाले) को मु0अ0सं0 08/2025 धारा 419/420/467/468/471 भादवि0 में संबंधित अभियुक्तगण अशोक कुमार पुत्र भानु प्रताप निवासी गोमड़ी सोनापार थाना श्रीदत्तगंज बलरामपुर,दीनानाथ पुत्र स्व0 रामकुमार निवासी छोटका मेघवा बढईकपुरवा थाना धाने पुर जनपद गोंडा को ग्राम कालू बनकट बेलेरिया तिराहा के पास से गिरफ्तार किया गया है जिन्हें न्यायालय रवाना किया जा रहा है । गिरफ्तार अभियुक्तो से गहन पूछताछ करने पर उन लोगो ने बताया कि हम लोगों का एक गिरोह है हम लोग सीधे साधे लोगो की जमीन को निशाना बनाकर उनका फर्जी आधार कार्ड बनवाकर उसकी जमीन को बेचकर अच्छा खासा पैसा कमा लेते है और उसी से मौज मस्ती करते है और घर का खर्चा भी चलाते है हम लोगो ने इस मामले में भी राजकुमार उर्फ राम भूलन के नाम का फर्जी आधार कार्ड दीनानाथ के नाम तैयार करवाया गया था और जमीन को बेच दिया गया था।