फर्जी आधार, निवास, जाति, जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले चढ़े पुलिस के हत्थे
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11 अभियुक्तों के पास से लैपटाप, प्रिंटर सहित अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद
बलरामपुर।दिनांक 15.02.2025 को जरिए मुखबिर थाना हरैया पर सूचना प्राप्त हुई कि थाना हरैया क्षेत्रान्तर्गत कुछ व्यक्तियों द्वारा फर्जी तरीके से जाति,निवास प्रमाण पत्र व आधार इनरोलमेंट,अपडेट किया जाता है, इस सूचना का सत्यापन करने थाना हरैया पुलिस टीम द्वारा थाना हरैया क्षेत्रान्तर्गत हरैया सतघरवा (पाण्डेय का पुरवा) में स्थित अरुण ऑनलाइन सर्विस सेंटर, ग्राम भड़सहिया स्थित पाठक जनसेवा केन्द्र व ग्राम गुलरिहा स्थित हिसामपुर ऑइलाइन सेंटर (जिस पर किसी नाम का बोर्ड नहीं लगा) पहुँचकर वहाँ पर कार्यरत व्यक्तियों से उनके कार्य के बारे में पूछने पर उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग जाति,निवास व जन्म प्रमाण पत्र बनाते हैं व आधार अपडेट करते हैं। इस कार्य के संबंध में पुलिस द्वारा लाइसेंस, अथारिटी लेटर की मांग की गयी तो कोई वैध दस्तावेज नहीं उपलब्ध करा सके। उक्त सेंटरो से बरामद विभिन्न आधार कार्ड, जाति, निवास, जन्म प्रमाण पत्र की जाँच से कुछ दस्तावेज फर्जी पाए गए जिसके आधार पर थाना हरैया पर क्रमश मु0अ0सं0 19/25 धारा 318(4), 319(2), 337, 338,339,341 व 66C आई0टी0 एक्ट बनाम सिद्धार्थ सरोज , मिथुन तिवारी, रमेश तिवारी, मनोज चौधरी व अन्य व्यक्ति नाम पता अज्ञात ,मु0अ0सं0 20/25 धारा 318(4), 319(2), 337, 338, 339, 341 व 66C आई0टी0 एक्ट बनाम दिनेश पाठक, प्रदीप पाठक व अन्य व्यक्ति नाम पता अज्ञात,मु0अ0सं0 21/25 धारा 318(4), 319(2), 337, 338, 339, 341 व 66C आई0टी0 एक्ट बनाम शिवचरन यादव व अन्य व्यक्ति नाम पता अज्ञात पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही प्रारंभ की गयी।पुलिस अधीक्षक बलरामपुर विकास कुमार द्वारा उक्त फर्जी निवास,जाति,जन्म प्रमाण पत्र व आधार अपडेट करने वाले गिरोह के विरुद्ध सख्त कार्यवाही व संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु दिए गए सख्त निर्देश के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी योगेश कुमार व क्षेत्राधिकारी ललिया श्रीमती ज्योतिश्री के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक अभिषेक सिंह थाना हरैया व प्रभारी SOG के कुशल नेतृत्व में दिनांक- 15.02.2025 को थाना हरैया जनपद बलरामपुर पर पंजीकृत उपरोक्त मुकदमों से संबधित कुल 11 अभियुक्तो सिद्धार्थ सरोज पुत्र कबीर कुमार, मिथुन तिवारी पुत्र बालमुकुन्द तिवारी, रमेश तिवारी पुत्र कृष्ण देव तिवारी निवासी गण थाना हरैया बलरामपुर, गिरिजेश चौधरी, महेन्द्र मिश्रा निवासी गण सिद्धार्थ नगर, दिनेश पाठक पुत्र राम खेलावन, प्रदीप यादव पुत्र निश्चिन्त राम पाठक निवासी गण पदुमचक्की भितवरिया थाना हरैया बलरामपुर, संतोष गुप्ता, सुनील यादव निवासी गण सिद्धार्थनगर, शिवचरन यादव पुत्र सुघर यादव निवासी गुलरिहा हिसाम पुर थाना हरैया बलरामपुर, विनोद गिरि निवासी सिद्दार्थनगर को साक्ष्य संकलन के आधार पर गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी संख्या में विभिन्न प्रकार के लेपटॉप, प्रिंटर, बेब-कैम, की-बोर्ड, वाई-फाई डिवाइस, आई स्कैनर, फिंगर प्रिंट स्कैनर, लमिनेशन मशीन व अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस बरामदगी कर न्यायालय रवाना किया गया।पुलिस अधीक्षक बलरामपुर द्वारा गिरफ्तारकर्ता टीम को 25,000रु टीम को नकद इनाम से पुरस्कृत किया गया।मु0अ0सं0 19/25 से संबंधित अभियुक्तगण द्वारा पूछताछ में बताया गया कि हम लोग फर्जी तरीके से जाति, निवास,जन्म प्रमाण पत्र बनाते हैं तथा आधार कार्ड भी फर्जी तरीके से अपडेट करते हैं । हम लोगों को एक व्यक्ति द्वारा पूरा सिस्टम तथा एक मुद्रा ( सिलिकान फिंगर इम्प्रेशन व आइरिस स्कैनर) दी गयी है जिसे हम लोग स्कैनर पर लगाकर बेबसाइट अपने सिस्टम पर ओटीपी ऑपरेटर का नाम प्रयोग करते हुए लॉग-इन कर लेते हैं इस काम में हम लोग बिना कोई वैध दस्तावेज लिए ही प्रमाण पत्र बनाकर हम लोग यह जानते हुए भी कि आधार कार्ड का अपडेशन बैंक, पोस्ट ऑफिस के द्वारा ही होता है फिर भी पैसों के लिए गलत तरीके से आधार कार्ड का अपडेशन भी कर देते थे, जो काम हम लोग नहीं कर पाते थे एनीडेस्क सॉफ्टवेयर के माध्यम से मेरे सिस्टम का एक्सेस लेकर इसका एक्सपर्ट जो इस काम से जुड़े है कर देता था। मु0अ0सं0 20,21/25 से संबंधित अभियुक्तों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि हम लोग लॉग इन आईडी व पासवर्ड से ई-डिस्ट्रिक बेबसाइट से जाति, निवास, जन्म प्रमाण पत्र बनाते हैं यह जानते हुए कि आधार कार्ड बनाने के लिए प्राइवेट व्यक्ति को लॉग-इन आईडी पासवर्ड नहीं मिलता इसलिए हम लोग एक व्यक्ति से 55,000 में लैपटॉप सहित पूरा सेट अप प्राप्त किया था जिसमें नेटिव नाम का एप्लीकेशन पहले से इंस्टाल था जिसमें लॉग इन करते ही आधार अपडेशन,क्रिएसन की बेबसाइट खुल जाती है और हमलोग फर्जी तरीके से आधार कार्ड पर अपडेट डाटा को बदल देते हैं और एक कूटरचित आधार कार्ड बना देते हैं जिसका हम लोग अतिरिक्त पैसा लेते हैं। इस प्रकार प्राप्त पैसा को आपस में बांटकर अपनी जरुरतों को पूरा करते हैं।