छह माह बाद भी ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करने में कटरा बाजार पुलिस नाकाम
1 min read
रिपोर्ट -ब्यूरो गोण्डा
गला काटकर बोरी में भरकर फेंकी गई थी लाश, टूटे सिम कार्ड से भी पुलिस को नहीं मिली कोई मदद
थाने के जिम्मेदारों की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल, तरह-तरह की हो रही चर्चाएं
गोंडा। जिले में कटरा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत मंशापुरवा के पास बीते 6 अक्टूबर 2024 को एक अज्ञात 20 वर्षीय युवती की बोरे में भरी हुई लाश मिली थी। कटरा बाजार थाने की पुलिस द्वारा बोरे से शव को बाहर निकलवाकर कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया था। जिसका 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम कराया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई और रिपोर्ट आने के छह महीने बीतने बाद भी अभी तक मृतक युवती की पुलिस पहचान नहीं कर पाई है। सूत्रों के मुताबिक शव के बगल एक टूटा सिम कार्ड भी मिला था लेकिन उससे भी पुलिस को कोई मदद नहीं मिल पाई। बताया गया कि वह सिम कार्ड खराब है।
गला काटकर बोरे में भरकर फेंकी गई थी लाश।
बाजार जा रहे लोगों ने सड़क के किनारे पड़े एक बोरे में लगे खून को जब देखा था तो हड़कंप मच गया था। बोरे को जब पुलिस द्वारा खोला गया तो 20 वर्षीय अज्ञात युवती का धारदार हथियार से गला काट करके निर्मम तरीके से हत्या कर प्लास्टिक में बोरी में भरकर के शव फेंका मिला। युवती के शरीर पर कपड़ों के अलावा कान में बाली मिली थी और काफी खून फैला हुआ था। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। पुलिस की मानें तो आसपास के लोगों से पूछताछ भी की गई है लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। बताया जाता है कि कटरा बाजार थाने की पुलिस द्वारा आसपास के कई संदिग्ध लोगों से थाने में बुलाकर कई दिनों तक हर दिन बुलाकर पूंछताछ की गई। स्थानीय लोगों से मृतक युवती की पहचान कराई गई लेकिन अभी तक कटरा बाजार पुलिस को युवती के ब्लाईंड मर्डर का खुलासा करने और युवती की शिनाख्त करने में कोई सफलता नहीं मिल सकी है। इससे थाने के जिम्मेदारों की कार्यशैली को लेकर लोगों में अब तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं और गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। छह महीने बीतने के बावजूद अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। घटना के अनावरण में तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक कटरा बाजार द्वारा कोई सार्थक प्रयास न किए जाने से नाराज पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा इस ब्लाइंड मर्डर में तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार गुप्ता,कटरा बाजार को लाइन हाजिर कर दिया गया था और उनके बदले वहां पर काफी तेजतर्रार कहे जाने वाले राजेश सिंह को थाना कटरा बाजार का इंस्पेक्टर बनाया गया था। 20 मई 2025 मंगलवार को राजेश सिंह को कटरा बाजार थाने की कमान संभाले करीब 6 महीने हो चुका है और नतीजा यह है अभी तक उस ब्लाइंड मर्डर का कोई खुलासा इनके द्वारा नहीं किया गया है। बात यहां यह है कि जिस ब्लाइंड मर्डर को लेकर कटरा से संजय गुप्ता को लाइन हाजिर किया गया था और तीन नवंबर को राजेश सिंह को तरबगंज से हटाकर कटरा बाजार थाने की कमान सौंपी गई थी तो यदि आज छह महीना होने के बाद भी उनके द्वारा खुलासा कर पाने में असफल होने से पुलिस अधीक्षक के फैसले पर भी सवाल खड़े होना लाजिमी है। इस संबंध में थानाध्यक्ष कटरा राजेश सिंह से दूरभाष के माध्यम से जानकारी करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर था।