निर्माण के पहले टूटा एप्रोच की दीवार, लोगों में दहशत
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रिपोर्ट -ए एच खान
सेतु निगम अयोध्या द्वारा हो रहा निर्माण
10 वर्ष पहले हुआ था सेतु का शिलान्यास
458.75 लाख की लागत से बन रहा पुल
बढनी चाफा, डुमरियागंज, सिद्धार्थ नगर। विहार और महाराष्ट्र के बाद एक बार उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर व बलरामपुर को जोड़ने वाली पुल के निर्माण के के पहले टूटने की घटना सामने आयी है। उक्त घटना सिद्धार्थ नगर के आखिरी छोर पर स्थित कुआनों नदी पर बनने वाली पुल की है। बताते चलें कि सिद्धार्थ नगर व बलरामपुर को जोड़ने वाली इस सेतु के निर्माण हेतु वर्ष 2014 मे चोरघटा घाट पर निर्माण का शिलान्यास हुआ था। सेतु निगम अयोध्या व वन विभाग में पेच फसने के कारण लगातार 10 वर्षों से निर्माण आधा अधूरा पड़ा हुआ था। काफी जद्दोजहद के बाद दोनों विभागों की संस्तुति के बाद अगले वर्ष से पुनः कार्य शुरू हुआ। निर्माण कार्य काफी तेजी से हो रहा था कि अचानक से सेतु के दक्षिण (बलरामपुर) साइड दायें तरफ का एप्रोच की मोटी दीवार भरभरा कर नीचे गिर गया। वहां के कामगारों के अनुसार मिट्टी के अधिक दबाव के कारण ऐसा हुआ है। अब सवाल यह है कि जब पुल मिट्टी के दबाव को नहीं झेल सकता तो दो तीन – माह बाद उद्घाटन के बाद बड़ी बड़ी गाड़ियों को कैसे झेल पायेगी। इस घटना से चारो तरफ लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।उपस्थित स्थानीय नागरिकों में राजन, चिनगुद, अनवर अली, रमजान, गुलजार अली, रामनरेश यादव, राघवेंद्र प्रताप शर्मा, रिषभ, अशरफ, दिनेश, दीपक, उपेंद्र यादव आदि का कहना है कि उक्त सेतु का निर्माण मानक के अनुसार नहीं हो रहा है, पुल के ऊपरी सतह पर 8 एमएम का सरिया डालकर ढलाई हो रहा है, जिसके कारण ऐसी घटना हुई है। अच्छा यह है कि यह घटना उद्घाटन के पहले हुई, नहीं तो बाद में बड़ा हादसा होने की संभावना थी।इस संबंध में परियोजना प्रबंधक सेतू निगम अयोध्या रोहित अग्रवाल ने बताया कि एप्रोच की दीवार गिरी है,अधिक ढलान के कारण ऐसा हुआ है कोई घबराने की बात नहीं है, कार्य अभी चल ही रहा है। ढलान को ठीक कर जल्द ही मजबूत दीवार बनाने की प्रक्रिया चल रही है। ताकी दोबारा से ऐसी घटना न हो।