कृषि तकनीकी गांव की ओर के तहत कृषकों को किया गया जागरूक
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रिपोर्ट – ब्यूरो बलरामपुर
बलरामपुर।विकसित कृषि संकल्प अभियान कृषि तकनीकी गांव की ओर के तहत पूरे भारत में विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को जन-जन तक जागरूक करने व खेती और पशुपाल में वैज्ञानिकों द्वारा किए गए सुधारो को जन स्तर तक पहुंचाने का कार्य कृषि विभाग और कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा किया जा रहा है। कृषि तकनीकी गांव की ओर के तहत विकास खंडों श्रीदत्तगंज -विकास खंड के ग्राम अमारे भरिया, तख्तरवा, महदेई सिरसिया के इन सभी गांवों में कृषि विज्ञान केंद्र पचपेड़वा की टीम के वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के द्वारा किसानों के साथ चौपाल का आयोजन किया गया इस किसान चौपाल में वैज्ञानिकों के साथ किसानों का सीधा संवाद हुआ। जिसमें किसानों की खेती से संबंधित विभिन्न समस्याओं पर वैज्ञानिकों के द्वारा चर्चा किया गया।इस अवसर पर उप कृषि निदेशक बलरामपुर द्वारा कृषि विभाग की समस्त योजनाओ जैसे मृदा परीक्षण के लिए किसान बीज गोदाम से 50/. अनुदान पर किसानों बीज उपलब्ध, यंत्रीकरण योजना में खेती से संबंधित कृषि यंत्रों पर अनुदान की जानकारी, पीएम फसल बीमा योजना, प्राकृतिक खेती के लिए जागरूक किया गया, फॉर्मर रजिस्ट्री हेतु किसानों को जागरूक किया गया।पीएम किसान सम्मान निधि योजना में pending Ekyc , pending VNO physically varification की जानकारी दी गई, साथ ही किसानों की अन्य समस्याओं को सुना गया और कृषि विज्ञान के वरिष्ठ वैज्ञानिक के अध्यक्ष डॉक्टर सी.पी.एन. गौतम ने प्राकृतिक खेती के गुर सिखाएं। उन्होंने बताया कि प्रकृति खेती जल, जमीन, जीवन को बचाने के दृष्टिकोण से आज की मांग है। मृदा वैज्ञानिक डॉ जगबीर सिंह ने मृदा परीक्षण की उपयोगिता एवं महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही साथ वैज्ञानिक गिरिजेश कुमार जायसवाल ने धान में लगने वाला हल्दिया रोग के बारे में किसानों को विस्तृत प्रबंधन हेतु जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धान के इस रोग को धान का आभासी कडुवा रोग कहते हैं।इस कार्यक्रम में सहायक विकास अधिकारी कोऑपरेटिव द्वारा किसान भाइयों को खाद का संतुलित मात्रा में प्रयोग करें इसके बारे में जानकारी दें।, सहायक कृषि विकास अधिकारी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अतिरिक्त विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताएं।, प्राविधिक सहायक किसान भाइयों द्वारा कृषक उत्पादक संगठन बनाने के बारे में बताया। प्रधानमंत्री फसल बीमा के अधिकारी किसान भाइयों को धान की फसल का बीमा करने के बारे में बताएं।, उपयुक्त ग्राम सभाओं की चौपाल में अधिक से अधिक प्रगतिशील महिला व पुरुष कृषक उपस्थित रहे।