रंगमंच, जीवन के उद्देश्य व मौलिक कर्तव्यों का ज्ञान देता है: लकी
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रिपोर्ट -राम चरित्र वर्मा
बलरामपुर। शिक्षा में रंगमंच के महत्व के अंतर्गत भारतेन्दु नाट्य अकादमी और ब्लूमिंग बड्स सीनियर सेकेंड्री स्कूल बलरामपुर के संयुक्त तत्वावधान में 17 जून को सात दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। ब्लूमिंग बड्स सीनियर सेकेंड्री स्कूल के निदेशक डॉ० प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में बताया कि शिक्षा के साथ साथ रंगमंच का ज्ञान बच्चों के अंदर आत्मविश्वास, नेतृत्व, शिष्टाचार, शारीरिक भाषा, बोलने की कला को निखारता है तथा मौलिक दायित्वों की पूर्ति के लिए प्रेरित करता है। अधिक से अधिक बच्चों को रंगमंच और लोक नाट्य की शिक्षा लेनी चाहिए। विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि रंगमंच व लोकनाट्य से हमें अपनी संस्कृति से आत्मसात होने का अवसर प्राप्त होता है। कार्यशाला के प्रशिक्षक अमित सिंह (लकी) ने कार्यशाला में 20 से अधिक बच्चों को लोक नाट्य, अभिनय, लोक गायन, लोक संस्कृति, रामलीला, रासलीला, भगत, स्वांग, संवाद अदायगी, रूपसज्जा, आदि का विशेष प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला के समापन पर एक लघुनाटिका का मंचन भी किया गया जिसमे सभी बच्चों ने अपने अभिनय की छाप छोड़ी। पूरी कार्यशाला के दौरान कोऑर्डिनेटर रूप में लक्ष्मी मिश्रा, इशांत और नीतीश तिवारी ने उपस्थित रह कर पूरा सहयोग किया।