गौकशी कांड पर पुलिस की निर्णायक चोट: गैंगस्टर तक पहुंची कार्रवाई, मास्टरमाइंड रफीउल्लाह गिरफ्तार
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रिपोर्ट -ब्यूरो गोण्डा
मुठभेड़ों से शुरू हुआ सफाया, कोर्ट के सहारे छिपे रफीउल्लाह तक पहुंची पुलिस
विधायक की सख्ती बनी दबाव का कारण, पुलिस की रणनीति ने दिखाया असर
छपिया (गोंडा) मल्हीपुर गांव में 8 अप्रैल की सुबह जब गोवंश के अवशेष बरामद हुए थे, तब शायद ही किसी ने अंदाजा लगाया होगा कि यह मामला अपराधियों के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने वाली मिसाल बन जाएगा। अब इस प्रकरण का अंतिम अध्याय भी जुड़ गया है। मुख्य मास्टरमाइंड रफीउल्लाह की गिरफ्तारी के साथ पूरे गिरोह को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है। खास बात यह है कि यह गिरफ्तारी गैंगस्टर एक्ट के तहत हुई है, और अब उनकी संपत्तियों की कुर्की की कार्रवाई भी लगभग पूरी हो चुकी है।
घटना के तुरंत बाद छपिया पुलिस ने सक्रियता दिखाई और आरोपियों को एक-एक कर पकड़ना शुरू किया। सबसे पहले मुठभेड़ में सलीम और नासिर को घायल करके पकड़ा गया। फिर कलीम, नसीब और फिरोज भी हवालात में पहुंचाए गए। सबसे अहम गिरफ्तारी रही रफीउल्लाह की, जो हाईकोर्ट से स्टे लेकर गिरफ्तारी से बच रहा था। मगर बुधवार को सिंगार घाट नहर पुल के पास उसे भी धर दबोचा गया। इस कार्रवाई में हथियागढ़ चौकी इंचार्ज मयंक वर्मा और उनकी टीम की भूमिका अहम रही।घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक प्रभात वर्मा खुद गांव पहुंचे और प्रशासन को सख्त चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि अगर समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो हालात बिगड़ सकते हैं। अब जब पूरे गैंग पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो चुकी है, विधायक ने संतोष जताते हुए कहा, “अपराधियों को उनकी सही जगह मिली है, और कानून ने अपना काम किया है।”आरोपियों द्वारा कब्जाई गई जमीन और अवैध निर्माण—छप्पर, शेड आदि—को प्रशासन ने बुलडोजर से जमींदोज कर दिया। साथ ही लापरवाही के दोषी पाए गए हथियागढ़ चौकी प्रभारी अंगद सिंह और पूर्व थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल राय को लाइनहाजिर कर दिया गया। यानी कार्रवाई केवल अपराधियों तक सीमित नहीं रही, लापरवाह अफसर भी घेरे में आए।
थाना प्रभारी संजीव वर्मा ने कहा, “इस केस में गिरफ्तारी, गैंगस्टर एक्ट और अब कुर्की तक की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। पूरे नेटवर्क को तोड़ने का ऐसा उदाहरण बहुत कम मिलता है।”कभी भय और तनाव से घिरे मल्हीपुर गांव में अब सामान्य माहौल लौट आया है। ग्रामीण भी संतुष्ट नजर आ रहे हैं। उनका कहना है, “पहली बार ऐसा हुआ है जब पुलिस ने पूरी तरह से कार्रवाई की है, केवल गिरफ्तारी नहीं—बल्कि पूरे तंत्र को ध्वस्त कर दिया गया है।”