छांगुर बाबा के बैंक खातों पर ईडी की नजर, उठ सकता है कई रहस्यों से पर्दा
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रिपोर्ट -ब्यूरो बलरामपुर
उतरौला (बलरामपुर)धर्मांतरण, हवाला और आतंक संगठनों से संबंध जैसे गंभीर आरोपों में घिरे कथित फर्जी पीर छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन के मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी जांच का मोर्चा संभाल लिया है। सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीम छांगुर बाबा और उसके करीबियों के विभिन्न बैंक खातों की डिटेल खंगालने में जुट गई है, जिससे उसके आर्थिक लेन-देन और हवाला नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।बताया जा रहा है कि छांगुर बाबा के नाम और उसके सहयोगियों के नाम से कई बैंकों में खाते संचालित हैं, जिनमें पिछले कुछ वर्षों में संदिग्ध लेन-देन हुए हैं। इन लेनदेन में बड़ी रकम की विदेशी फंडिंग, गोपनीय स्रोतों से दान और बिना घोषित आय के लेन-देन शामिल हैं। ईडी इन खातों के जरिए धर्मांतरण के लिए मिलने वाले फंड, संपत्तियों की खरीद, और संभावित आतंकी फंडिंग की कड़ियां जोड़ने में लगी है।ईडी को आशंका है कि छांगुर बाबा ने धार्मिक आस्था के नाम पर विदेशी फंडिंग प्राप्त की, जिसे विभिन्न खातों में ट्रांसफर किया गया। ये खाते निजी बैंकों के साथ कुछ सहकारी बैंकों में भी हैं। जांच के दौरान कई ऐसे खातों का भी पता चला है, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खोले गए थे।सूत्रों के मुताबिक, बाबा के दरगाह पर आने वाले चढ़ावे और दान को भी लेखांकन में शामिल नहीं किया गया, जिससे यह धनराशि अघोषित संपत्ति के रूप में सामने आ रही है। शक है कि इन पैसों का उपयोग राजनीतिक संरक्षण पाने, जमीन खरीदने, और धार्मिक रूपांतरण के लिए लालच देने में किया गया।ईडी इस पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए छांगुर बाबा के संपर्क में रहे स्थानीय प्रभावशाली लोगों, राजनीतिक प्रतिनिधियों, और मौलवियों से भी पूछताछ कर सकती है। कुछ सरकारी विभागों के अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में है, जिन्होंने जानबूझकर आंखें मूंदे रखीं।गौरतलब है कि इससे पहले यूपी एटीएस ने छांगुर बाबा के खिलाफ धर्मांतरण रैकेट, विदेशी फंडिंग और आतंकी कनेक्शन को लेकर शिकंजा कसा था। अब ईडी की जांच से यह मामला और अधिक गंभीर होता जा रहा है।संभावना है कि ईडी छांगुर बाबा की चल-अचल संपत्तियों की भी जब्ती प्रक्रिया शुरू कर सकती है, साथ ही उसकी अवैध आय की जानकारी सार्वजनिक कर सकती है।यदि ईडी की जांच में छांगुर बाबा के खातों से जुड़ी काली कमाई और हवाला नेटवर्क की पुष्टि होती है, तो यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर की साजिश तक पहुंच सकता है।
प्रशासन और जांच एजेंसियां अब उस पर शिकंजा कसने की तैयारी में हैं जिसे अब तक एक धार्मिक व्यक्तित्व के रूप में देखा जा रहा था।