मिट्टी खनन माफिया हुए सक्रिय खनन जारी, ध्यान नहीं दे रहे अधिकारी
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रिपोर्ट -ब्यूरो गोण्डा
खनन अधिकारी को व्हाट्सएप्प पर जानकारी देने के बाद भी कार्यवाही शून्य
गोण्डा। जनपद में लगातार खनन माफियाओं का दबदबा रहा है क्योंकि यहां अधिकारियों के ध्यान न देने का मुख्य कारण रहा है।चर्चा है कि निर्वतमान जिलाधिकारी नेहा शर्मा के कार्यकाल में मिट्टी खनन माफियों पर कड़ी नजर थी और सूचना पर तत्काल अधिकारी पहुंचकर कार्यवाही करते थे।जिसकी मिशाल आज भी लोग देते है।लेकिन उनका तबादला होते ही मानो खनन माफियों को संजीवनी मिल गई हो।हर तरफ मिट्टी खनन का बरोबर शुरू हो गया।हालांकि नवागत जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने अभी खनन माफियों से अंजन हैं।जिसका पूरा फायदा मिट्टी माफिया उठाते नजर आ रहे हैं।मामला थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में शनिवार को मिट्टी खनन का कार्य जोरो पर किया जा रहा था।मिट्टी खनन ग्राम पंचायत माधवपुर के मजरा गजाधर पुरवा व ग्राम पंचायत खरगूपुर के मजरा बादीपुरवा निकट मण्डप माता मंदिर के आसपास खनन जारी रहा।जहां माधवपुर के गजाधर पुरवा निवासी दया शंकर ओझा बिना किसी परमिशन के अपनी दबंगई के साथ तीन ट्रैक्टर व एक खनन मशीन के साथ मिट्टी कारोबार चल रहा था।खास सूचना पर मौके पर पहुंचे खनन अधिकारी डॉ अभयरंजन ने खनन माफिया अपने आपको भाजपा नेता बता कर दबाव बना रहे थे।काफी मशक्कत व नोंकझोंक के बाद एक लोडर व तीन मिट्टी लदी ट्रैक्टर ट्राली पकड़ी थीं,लेकिन दबंगों के आगे घंटों मशक्कत की जोर अजमाई चली,वहीं दबंग दो ट्रैक्टर को छुड़ाने में कामयाब रहे।खनन अधिकारी ने अतिरिक्त पुलिस फोर्स को मौके पर बुलाया और एक लोडर व एक ट्रैक्टर अपने कब्जे में लेकर थाने खींच लाई,कार्यवाही से स्थानीय लोग काफी खुश हैं।उनका कहना है कि रोड़ों पर ट्रैक्टर ट्राली मिट्टी भरकर फर्राटा भरते थे,जिससे मिट्टी सड़कों पर गिरने से काफी धूल हो जाती थी।आने जाने में राहगीरों के आंखों में धूल भर जाया करते थे।इस कार्यवाही से मिट्टी खनन माफिया भाजपा को बदनाम करने के उद्देश्य से अपने आप को नेता बताकर प्रशासन पर दबाव बनाने की भरसक प्रयास किया गया।लेकिन दबंगों को यह पता होना चाहिए कि अब यूपी में योगी सरकार हैं यहां किसी गुंडा माफिया का मनमानी चलने वाली नहीं हैं।