डीएम ने किया बीएसए कार्यालय का औचक निरीक्षण, कार्यप्रणाली सुधारने के दिए निर्देश
रिपोर्ट – ब्यूरो बलरामपुर
फ्री वाई-फाई व आधुनिक संसाधनों से लैस होगा राजकीय पुस्तकालय, डीएम का निरीक्षण*
राजकीय पुस्तकालय को स्टेट ऑफ द आर्ट बनाने की तैयारी, डीएम ने दिए उन्नयन के निर्देश
100 से अधिक छात्रों की अध्ययन सुविधा के साथ आधुनिक स्वरूप में विकसित होगा राजकीय पुस्तकालय
बलरामपुर।जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन द्वारा आज बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण का उद्देश्य कार्यालयीन कार्यप्रणाली की वास्तविक स्थिति का आकलन करना तथा व्यवस्थाओं को और अधिक पारदर्शी, समयबद्ध एवं प्रभावी बनाना रहा।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कार्यालय के विभिन्न पटलों पर संचालित कार्यों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की। पत्रावलियों की क्रमबद्ध नंबरिंग, फाइलों के सुव्यवस्थित रखरखाव एवं अद्यतन अभिलेख संधारण को लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि अभिलेखों का सुव्यवस्थित रखरखाव न केवल प्रशासनिक पारदर्शिता सुनिश्चित करता है, बल्कि आम जनमानस एवं कर्मचारियों से जुड़े मामलों के त्वरित निस्तारण में भी सहायक होता है।
निरीक्षण के समय जिलाधिकारी ने शिक्षकों से संबंधित लंबित प्रकरणों पर विशेष ध्यान देते हुए निर्देश दिए कि अध्यापकों के जीपीएफ/प्रोविडेंट फंड, वेतन, पेंशन सहित अन्य सभी देयकों का भुगतान समय से अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। साथ ही मृतक आश्रित प्रकरणों को मानवीय दृष्टिकोण से प्राथमिकता पर लेते हुए शीघ्र कार्रवाई कर उनका त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।बीएसए कार्यालय की भौतिक स्थिति का अवलोकन करते हुए जिलाधिकारी ने कार्यालय भवन की रंगाई-पुताई कराने तथा परिसर के समग्र सौंदर्यीकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ, सुव्यवस्थित एवं सौंदर्यपूर्ण कार्यस्थल से कार्यक्षमता में वृद्धि होती है तथा आगंतुकों को भी सकारात्मक अनुभव प्राप्त होता है।राजकीय पुस्तकालय को लेकर डीएम का विशेष फोकस।निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने बीएसए कार्यालय परिसर में स्थित राजकीय पुस्तकालय का भी गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पुस्तकालय की वर्तमान स्थिति, उपलब्ध संसाधनों एवं विद्यार्थियों को दी जा रही सुविधाओं का अवलोकन किया।जिलाधिकारी ने राजकीय पुस्तकालय के उन्नयन एवं आधुनिकीकरण पर विशेष जोर देते हुए निर्देश दिया कि पुस्तकालय को स्टेट ऑफ द आर्ट स्वरूप में विकसित किया जाए।उन्होंने बताया कि पुस्तकालय में 100 से अधिक विद्यार्थियों के एक साथ बैठकर अध्ययन करने की समुचित व्यवस्था विकसित की जाएगी। साथ ही विद्यार्थियों की शैक्षणिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए निःशुल्क वाई-फाई सुविधा, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छ एवं शांत अध्ययन वातावरण तथा आवश्यक फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।जिलाधिकारी ने कहा कि राजकीय पुस्तकालय केवल पुस्तकों तक सीमित न होकर विद्यार्थियों के समग्र बौद्धिक विकास का केंद्र बने, इसके लिए आधुनिक संदर्भ सामग्री, प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकों एवं डिजिटल संसाधनों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुस्तकालय को विद्यार्थियों के लिए आकर्षक एवं उपयोगी अध्ययन केंद्र के रूप में विकसित करने हेतु ठोस कार्ययोजना तैयार कर शीघ्र क्रियान्वयन किया जाए।इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला, वित्त एवं लेखाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी, कर्मचारीगण उपस्थित रहें।