आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य को लेकर आयोजित की गई मेगा मॉक एक्सरसाइज
1 min readरिस्पांसिबल ऑफिसर/डीएम की मौजूदगी में इन्सीडेन्ट कमांडर ने कराई मॉक ड्रिल
फ्लड पीएसी के जवानों ने नदी में डूब रहे व्यक्ति को बचाने व टापू में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने का किया पूर्वाभ्यास
रिपोर्ट-राम चरित्र वर्मा
बलरामपुर।जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बलरामपुर तथा पीएसी फ्लड डिवीजन के संयुक्त तत्वाधान में गुरूवार को तहसील बलरामपुर अन्तर्गत राप्ती नदी के सिसई घाट पर बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य की मेगा मॉक एक्सरसाइज आयोेजित की गई जिसमें मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति की मौजूदगी में राजस्व, पुलिस, चिकित्सा, पशु चिकित्सा, अग्निशमन, आपूर्ति विभाग, पशुपालन, बाढ़ खण्ड, पंचायतीराज विभाग, आपदा सलाहकार एवं आपदा विशेषज्ञ सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
मॉक ड्रिल के लिए कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय सिसई में स्टेजिंग एरिया बनाया गया। सिसई घाट पर राप्ती नदी में व्यक्ति के डूबने की सूचना पर आईआरएस टीम डीएम श्रीमती श्रुति, एसपी आर0के0 सक्सेना, एडीएम राम अभिलाष तथा सीएमओ सहित अन्य सभी सम्बन्धित विभाग के अधिकारी सिसई घाट पर पहुंचे। वहां पर फ्लड पीएसी के जवानों द्वारा राप्ती नदी में डूब रहे व्यक्ति को जीवित बाहर निकाल लिया गया। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद तुरन्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिसई पर भेजा गया जहां पर मेडिकल टीम द्वारा व्यक्ति का उपचार किया गया।डूब रहे व्यक्ति को बचाने की मॉक एक्सरसाइज के बाद बाढ़ बचाव दल को सूचना मिली की ग्राम ठकुरापुर में नदी के किनारे कुछ व्यक्ति टापू मे फंस गए है। बतौर रिस्पान्सिबल ऑफिसर डीएम द्वारा तत्काल बचाव दल को निर्देशित किया गया कि टापू पर फंसे हुए व्यक्तियों को मोटरबोट के जरिए सुरक्षित निकाला जाय। टीम द्वारा टापू पर फंसे लोगों को सकुशल रेस्क्यू कर कम्पोजिट विद्यालय सिसई में बने बाढ़ शरणालय में पहुंचाया गया।इसके बाद प्रशासन द्वारा सिसई गांव में राप्ती नदी का पानी घुसने की सूचना देते हुए ग्रामवासियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की मॉक एक्सरसाइज की गई। अधिकारियों द्वारा गांव वालों को पूर्व सूचना दी गई तथा पुलिस व राजस्व टीम द्वारा ग्रामवासियों को सकुशल कम्पोजिट विद्यालय सिसई में बने बाढ़ शरणालय में शिफ्ट किया गया। मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर लाने एवं उपचार की व्यवस्था के लिए पशुपालन विभाग की टीम लगाई गई।इस अवसर पर जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य बाढ़ आपदा के समय लोगों को राहत पहुंचाने का प्रशिक्षण था। इस कार्यक्रम के तहत फ्लड पीएसी के जवानों द्वारा डूबते हुए लोगों को बचाने के लिए डेमोंस्ट्रेशन किया गया। उन्होंने बताया कि जनपद में बाढ़ से बचाव को लेकर पूरी आईआरएस टीम तैयार है तथा बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूरी की गई हैं।मॉक एक्सरसाइज में अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष, एएसपी नम्रिता श्रीवास्तव, सीएमओ, एसडीएम सदर राज बहादुर, आपदा सलाहकार सचिन मदान, आपदा विशेषज्ञ अरूण सिंह, सीओ वरूण मिश्रा तथा सीओ राधा रमण सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी, एआरटीओ, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, तहसीलदार सदर सहित अन्य सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।