रामनगर ग्राम पंचायत में युद्ध स्तर पर मनरेगा कार्य
1 min readप्रदेश जाकर करते थे कमाई आज गांव में मिल रहा रोजगार
सीडीओ लगतार कर रही है कार्यों का निरीक्षण
रिपोर्ट-सुदीप वर्मा
हैदरगढ़, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश में जल संरक्षण के लिए शहर से गांवों तक में तैयार किए जा रहे अमृत सरोवर लाखों लोगों को जीवन देने के साथ ही जीविका भी देंगे। सरोवर से भूगर्भ जलस्तर बेहतर होगा। इससे पीने का पानी और खेतों की सिंचाई करने में आसानी होगी। वहीं, करीब 3.20 लाख परिवारों को जीविका चलाने का माध्यम भी मिलेगा। इनमें स्वयं सहायता समूह की महिला, किसान और मछुआरा परिवारों को वरीयता दी जाएगी।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं। अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों को विकसित किया जा रहा है। अस्तित्व खो चुके तालाबों को पुनः उनका निर्माण किया जा रहा है, जिससे कि आसपास के रहने वाले लोगों के अलावा पशु-पक्षी आदि को भी तालाबों का लाभ मिल सके सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना को साकार करने में बाराबंकी की मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह जोर शोर से लगी हुई है इसके अलावा खंड विकास अधिकारी शंभू शरण ग्राम विकास अधिकारी राजकुमार ग्राम प्रधान अरविंद कुमार सिंह भी पूरा दमखम लगाते हुए नजर आ रहे हैं. इसी का जायजा लेने के लिए हमारे संवाददाता जब जमीनी स्तर पर काम किया तो ज्ञात हुआ कि विकासखंड त्रिवेदीगंज में अमृत सरोवर तालाब के सपनों को साकार करने का काम काफी जोरों से चल रहा है. इसी क्रम में विकासखंड त्रिवेदीगंज के ग्राम पंचायत रामनगर में हमारे संवाददाता ने जब जायजा लिया तो ज्ञात हुआ कि शीतल दास बाबा कुटी के पास में शिवमंगल सिंह तालाब को अमृत सरोवर तालाब के रूप में चयन किया गया जिसका खुदाई का कार्य युद्ध स्तर पर है. मिली जानकारी के अनुसार 66 मनरेगा मजदूरों की डिमांड निकाली गई जिसमें मौके पर 55 मजदूर कार्य करते हुए मिले वही जोगा तालाब कमलेश के दरवाजे के सामने बने तालाब कि साफ सफाई जोरो से हो रही है. इस संबंध में ग्राम प्रधान अरविंद सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत में कई जगहों पर मनरेगा का कार्य चल रहा है इससे हमारी ग्राम पंचायत के लोगों को काफी ज्यादा लाभ होगा उन्होंने बताया कि मनरेगा मजदूर अभी तक प्रदेश जाकर कमाई करने का काम करते थे लेकिन अब उन्हें गांव में ही रोजगार मिल रहा है ग्राम विकास अधिकारी राजकुमार ने बताया कि सरकार की योजनाओं को साकार करने का काम किया जा रहा है ग्राम पंचायतों में युद्धस्तर पर कार्य हो रहा है।