कलियुग को शस्त्र नही शास्त्र से जीता जा सकता है- पं0 राघवेंद्र शास्त्री
1 min readरिपोर्ट-शैलेन्द्र सिंह पटेल
देवरिया। जनपद के सलेमपुर तहसील अंतर्गत नगर के टीचर कालोनी में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन पंडित राघवेन्द्र शास्त्री ने कहा कि महाराज परीक्षित एवम कलयुग के बीच संवाद हुआ। कलियुग में अनेकों अवगुण है लेकिन एक विशेषता भी है। कलियुग में अन्य युगों की अपेक्षा भगवत प्राप्ति सरल है। कलियुग को शस्त्र से नही शास्त्र से जीता जा सकता है।उन्होंने बताया कि गुरू की महत्ता हमारे जीवन में अनुपम है क्योंकि गुरू के बिना हम जीवन का सार ही नहीं समझ सकते हैं। लेकिन हमेशा इस बात का सदैव ही ध्यान रखना चाहिए कि गुरू के समक्ष चंचलता नहीं करनी चाहिए और सदा ही अल्पवासी होना चाहिए। जितनी आवश्यकता है उतना ही बोलें और जितना अधिक हो सके गुरू की वाणी का श्रवण करें। उक्त अवसर पर मुख्य यजमान त्रियुगी नारायण पाण्डेय,वेदव्यास तिवारी,अजय दूबे वत्स,अशोक तिवारी,अभिषेक जायसवाल आदि मौजूद रहे।