पत्रकारिता जगत के सशक्त हस्ताक्षर थे बाबू शीतला सिंह
1 min readरिपोर्ट -राम चरित्र वर्मा
हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर दी गई भावभीनी श्रद्धाजंलि
बलरामपुर । प्रदेश व देशके पत्रकारिता जगत में बाबू शीतला सिंह एक सशक्त हस्ताक्षर थे। उन्होने अपनी पूरी जिन्दगी पत्रकारिता को नया आयाम देने में खपा दी। एक छोटे से अखबार को जन सरोकारों से जोड़कर यह दिखा दिया कि लोकतंत्र में पत्रकार और पत्रकारिता की महती आवश्यकता है।मंगलवार हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर प्रेस क्लब बलरामपुर की तरफ से एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में उपस्थित पत्रकारों ने बाबू शीतला सिंह के चित्र पर पुष्पार्चन कर उन्हे भावभीनी श्रद्धाजंलि दी। पत्रकार अजय मिश्र ने बाबू जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि आज के दौर में हिन्दी पत्रकारिता एक मिशन है इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिये हमारे युवा साथियों को एक जुट होकर प्रयास करना होगा। पत्रकार लाल जी सिंह ने बाबू जी को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि बाबू जी हमेशा पत्रकार व पत्रकारिता के लिये समर्पित रहे। आज जिस तरह से पत्रकारों का उत्पीड़न हो रहा है वह निन्दनीय है। सरकार और मीडिया संस्थानों को पत्रकारों के हित पर विचार करना चाहिए। सीबी मणि त्रिपाठी ने कहा कि बाबू जी से मेरा जुड़ाव था। मैने अपने जीवन में उनसे बहुत कुछ सीखा है। उनके बताये गये मानदण्डों पर खरा उतरकर उन्हे सच्ची श्रद्धाजंलि दी जानी चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार डीपी सिंह ने बाबू जी को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये उन्हे पत्रकारिता जगत का सच्चा सिपाही बताया। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुये प्रेस क्लब बलरामपुर के जिलाध्यक्ष पत्रकार अजय श्रीवास्तव ने कहा कि आज पत्रकारों में एक जुटता न होने के चलते उनका उत्पीड़न हो रहा है। हमे एक जुट होकर अपनी मांगो को सरकार और संस्थान के समक्ष रखना चाहिए। उन्होने यह भी कहा कि बाबू शीतला सिंह हमारे गुरू थे हमने उनसे बहुत कुछ सीखा उनका बलरामपुर से बेहद लगाव रहा। हिन्दी पत्रकारिता आज के दौर में संक्रमण काल से गुजर रही है। हमे एक जुट होकर इस नया आयाम देना होगा। इस अवसर पर पत्रकार अमित श्रीवास्तव, जितेन्द्र प्रताप सिंह, गुड्डू शुक्ला पवन कुमार, एसन जावेद, नीरज मिश्र, मुकेश चैहान आदि ने बाबू जी के चित्र पर पुष्पार्चन कर भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।