बेलगाम विद्युत उपकेंद्र अचलपुर चौधरी आमजन व व्यापारी भीषण गर्मी से कर रहे संघर्ष
1 min readसंवाददाता – पवन गुप्ता
सादुल्लानगर/बलरामपुर। विद्युत उपकेंद्र अचलपुर चौधरी पर तैनात कर्मचारियों के मनमाने ढंग से विधुत वितरण प्रक्रिया से परेशान उपभोक्ताओं में रोष व्याप्त है । सम्बंधित कर्मचारियों की मनमानी अपने चरम सीमा पर पहुंच गई। उक्त उपकेंद्र को चार भागों में बांट कर वितरण व्यवस्था शुरू की गई जिसमें क्रमशःअचलपुर चौधरी,नेवादा,सादुल्लानगर और मद्दों भट्ठा है,परन्तु नेवादा और सादुल्लानगर नगर फीडर पर राजनीतिक दबाव के चलते लगातार बिजली सप्लाई देकर मद्दौ भटठा फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं को चार-चार घंटे रोस्टिंग के नाम पर सप्लाई से वंचित रखा जा रहा है जिससे उपभोक्ताओं मे रोष व्याप्त है उपकेंद्र पर मौजूद कर्मचारियों से पूछने पर अभद्रतापूर्ण उत्तर देने से आहत लोगों ने उच्चाधिकारियों को लिखित रूप से शिकायत कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है । विदित हो कि विगत कुछ दिनों पहले मद्दों भट्ठा फीडर न बनने की स्थिति में सप्लाई में कुछ अनियमितता बनी रहती थी परन्तु लाइनमैनो की सक्रियता से समस्या का समाधान शीघ्र ही कर लिया जाता था लेकिन जब से मद्दौ भटठा फीडर बना है उसके बाद ही उक्त फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं में सौतेले व्यवहार की भावना से आहत महसूस कर रहे हैं उक्त समस्या के बारे में जब जेई बृजनंदन यादव से सम्पर्क करने की कोशिश की गई तो कई बार फोन करने के बावजूद बात नहीं हो सकी परन्तु उपखंड अधिकारी रेहरा आर के यादव से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि समस्या है और उसके समाधान की पूरी कोशिश करेंगे बिजली सप्लाई और कटौती के चलते आमजन में त्राहि-त्राहि मची हुई है कुछ उपभोक्ता जैसे आफताब, अतहर हुसैन सिद्दीकी, मोबीन खान, राकेश वर्मा, शेषराम वर्मा, फारुक शाह ,शरीफुल बेग आदि ने बताया कि इसी अचलपुर चौधरी उपकेंद्र से कुछ खास अवसरों और चुनाव के अवसर पर अबाधित सप्लाई दी जाती थी ना कोई रोस्टिंग ना ही ओवरलोड की समस्या होती थी जब यह प्रश्न अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।उपभोक्ताओं ने बताया कि जब से मद्दौ भटठा फीडर चालू किया गया है तब से बिजली सप्लाई में जानबूझकर कर उपकेंद्र पर तैनात कर्मचारियों द्वारा सौतेले व्यवहार किया जा रहा है वहीं कुछ लोगों ने कहा कि अचलपुर विधुत उपकेंद्र से संबंधित क्षेत्र में कई हजार मोटर अवैध रूप से कनेक्शन कर खेतों की सिंचाई करने से भी बड़ी समस्या है जो कहीं न कहीं उपकेंद्र पर तैनात कर्मचारियों की मिली भगत से चलाया जा रहा है।