धर्मांतरण के मास्टरमाइंड छागुर बाबा के घर पर चला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर
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रिपोर्ट – राम चरित्र वर्मा
उतरौला (बलरामपुर)उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब छांगुर पीर बाबा उर्फ जलालुद्दीन और उसके गिरोह के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का संकेत दे दिया है। मंगलवार को किए गए अपने आधिकारिक बयान में मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा को चुनौती देने वालों के लिए राज्य में कोई स्थान नहीं है। ऐसे अपराधी समाज विरोधी ही नहीं, बल्कि राष्ट्रविरोधी भी हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा —”हमारी सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी जलालउद्दीन की गतिविधियां समाज विरोधी ही नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं।” उन्होंने आगे कहा —”उत्तर प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी। आरोपी और उसके गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”गिरफ्तार जलालुद्दीन स्वयंभू “छांगुर पीर” बनकर वर्षों से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले और आसपास के इलाकों में धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहा था।एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि वह देश के खिलाफ सुनियोजित साजिश का हिस्सा था — जिसमें अवैध धर्मांतरण, हवाला नेटवर्क, और समाज के कमजोर तबकों को निशाना बनाकर कट्टरपंथी विचारधारा फैलाना शामिल है।छांगुर के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रही। मंगलवार को उतरौला तहसील प्रशासन ने छांगुर की करीबी सहयोगी नीतू रोहरा के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवा दिया। उस पर गरीब महिलाओं को धर्मांतरण के लिए बहलाने के आरोप लगे थे।यह साफ संदेश है कि सरकार अब पूरे नेटवर्क को निशाने पर लेकर, एक-एक कर साफ कर रही है।खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, छांगुर का नेटवर्क सिर्फ बलरामपुर तक सीमित नहीं था। इसमें गोंडा, बहराइच, सिद्धार्थनगर, बस्ती और लखनऊ तक फैले स्लीपर मॉड्यूल्स और सहयोगी शामिल हैं। जल्द ही कई और गिरफ्तारियां और कुर्की की कार्रवाई की जा सकती है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चेतावनी दी —“राज्य में शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्हें कानून के अनुसार ऐसी सजा दी जाएगी, जो समाज के लिए एक उदाहरण बने।”अब यह स्पष्ट हो चुका है कि छांगुर पीर का मामला न केवल अवैध धर्मांतरण या अंधविश्वास का है, बल्कि यह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का हिस्सा है। उत्तर प्रदेश सरकार अब इस पूरे नेटवर्क को जड़ से उखाड़ने के मूड में है।प्रशासनिक मशीनरी बुलडोजर और कानूनी शिकंजे के साथ सक्रिय हो चुकी है। यह कार्रवाई उन सभी के लिए स्पष्ट संदेश है जो धर्म की आड़ में कानून और संविधान से खिलवाड़ कर रहे हैं।