जगन्नाथपुर का बेटा बना प्रेरणा की मिसाल, इलाहाबाद विश्वविद्यालय से रचा इतिहास
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रिपोर्ट – ब्यूरो गोण्डा
छपिया,गोण्डा। संघर्षों की तपिश से निखरकर निकली एक चमकती किरण – यही पहचान है ग्राम जगन्नाथपुर निवासी सौरभ मिश्रा की, जिन्होंने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) में सफलता प्राप्त कर अपने गांव, परिवार और पूरे क्षेत्र का नाम गर्व से ऊँचा कर दिया है।सौरभ का जीवन एक आम ग्रामीण बालक की कहानी नहीं है – यह कहानी है सपनों को सींचने की, संघर्ष को गले लगाने की और आर्थिक अभावों में भी हार न मानने की। बहुत कम उम्र में जब पिता स्वर्गीय इंद्रमणि मिश्रा का साया सिर से उठ गया, तो सौरभ के कंधों पर केवल जिम्मेदारियाँ ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार का भविष्य भी आ गया।गृहिणी मां ने अपने तीन बेटों की परवरिश में कोई कसर नहीं छोड़ी। सौरभ ने अपने ननिहाल पक्ष के सहयोग से अयोध्या में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने कठिन परिश्रम से इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक एवं परास्नातक की डिग्रियाँ हासिल कीं। अब उन्होंने NET परीक्षा उत्तीर्ण कर यह सिद्ध कर दिया है कि अगर इरादे बुलंद हों, तो हालात कभी भी रास्ता नहीं रोक सकते।सौरभ के छोटे दो भाई भी शिक्षा के पथ पर अग्रसर हैं – एक स्नातक कर रहा है, दूसरा इंटरमीडिएट छात्र है। पूरे परिवार ने जो संघर्ष झेले, अब उनकी मेहनत रंग ला रही है।
सौरभ की इस ऐतिहासिक सफलता पर पूरे क्षेत्र में खुशी और गर्व की लहर है।डॉ. विजय बहादुर सिंह, अध्यक्ष, मां गायत्री नर्सिंग कॉलेज चांदनी चौक मसकनवां,ज्ञान प्रकाश पांडे, प्रबंधक, मां गायत्री रामसुख पांडे पी.जी. कॉलेज मसकनवां,वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु विवेक शुक्ला,डॉ. अनिल मिश्रा, प्रधानाचार्य,रामकुमार गुप्ता, वरिष्ठ समाजसेवी,ग्राम प्रधान मनीष पांडे ,विवेक मिश्रा एवं राजकुमार विश्वकर्मा तथा अनेक गणमान्य नागरिकों ने इस उपलब्धि को ग्रामीण प्रतिभा की सच्ची विजय बताते हुए सौरभ के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सौरभ मिश्रा आज न केवल अपने परिवार के लिए गौरव हैं,बल्कि उन हजारों युवाओं के लिए भी प्रेरणा हैं जो सीमित संसाधनों के बीच बड़े सपने देखने का साहस रखते हैं।