राज्य मंत्री ने पीड़ित परिवार से मिलकर प्रकट की शोक संवेदना , 05 लाख की प्रदान की आर्थिक सहायता
रिपोर्ट -ब्यूरो बलरामपुर
मानव जीवन सर्वोपरि , ऐसी घटना को न हो पुनरावृत्ति – मंत्री
मंत्री ने वन विभाग को उपकरण को मॉडर्नाइजेशन , रिस्पॉन्स टाइम कम किए जाने , संवेदनशील वन क्षेत्र में रेड अलर्ट बनाते हुए जोनल , सेक्टर बनाते हुए निगरानी किए जाने के दिए निर्देश
बलरामपुर।विकास खंड हरैया सतघरवा के अन्तर्गत बारहवां रेंज के ग्राम नेवलगंज में मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), वन, पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश अरुण कुमार सक्सेना आज जनपद बलरामपुर पहुंचे।मंत्री ने कलेक्ट्रेट में पीड़ित परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। मंत्री ने शासन की ओर से ₹05 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करते हुए परिवार को हर संभव सहयोग व सुरक्षा व्यवस्था का भरोसा दिया।
*मानव जीवन की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता — मंत्री*
मंत्री सक्सेना ने कहा कि “मानव जीवन सर्वोपरि है, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए।”उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि वन क्षेत्र के आसपास रहने वाले नागरिकों के लिए सुरक्षा एवं जागरूकता तंत्र को और मजबूत बनाया जाए।
उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित
घटना के तुरंत बाद कलेक्ट्रेट में मंत्री की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक मेंविधायक बलरामपुर सदर पल्टूराम, डीएम विपिन कुमार जैन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक मध्य क्षेत्र श्रीमती रेणु सिंह, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव पूर्वी क्षेत्र अशोक प्रसाद सिन्हा, हेड प्रोजेक्ट टाइगर राम कुमार उपस्थित रहे।बैठक में वन्य जीव संघर्ष के रोकथाम हेतु वर्तमान स्थिति, वन क्षेत्र की संवेदनशीलता, संसाधनों तथा प्रतिक्रिया तंत्र पर विस्तृत चर्चा की गई।वन विभाग को निर्देश: उपकरणों का आधुनिकीकरण व त्वरित रिस्पॉन्स सिस्टम।
बैठक में मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने निर्देश दिए वन विभाग के उपकरणों को मॉडर्नाइज किया जाए,वन्यजन्तु घटनाओं में रिस्पॉन्स टाइम न्यूनतम हो, संवेदनशील वन क्षेत्रों को रेड अलर्ट ज़ोन घोषित किया जाए, ड्रोन बड़े ट्रेंकुलाइज का प्रयोग , जोन एवं सेक्टर आधारित टीमों का गठन कर नियमित पेट्रोलिंग की जाए,रेस्क्यू, निगरानी एवं संचार हेतु ड्रोन, कैमरा ट्रैप एवं आधुनिक वायरलेस सिस्टम बढ़ाए जाएं।
*जन-जागरूकता अभियान को और प्रभावी बनाने के निर्देश*
मंत्री ने कहा कि वन क्षेत्रकालीन ग्रामों में जन-जागरूकता अभियान नियमित रूप से चलाया जाए। वन विभाग ,पुलिस , राजस्व विभाग एव पंचायती राज विभाग द्वारा बेहतर समन्वय के साथ कार्य किया जाए एवं प्रत्येक वन्य क्षेत्र के ग्राम में ग्राम सुरक्षा समिति का गठन किया जाए एवं तेंदुआ मित्र वॉलंटियर बनाए जाए , जिनके द्वारा जागरूकता बढ़ाई जाए।
राज्य सरकार पूर्ण रूप से संवेदनशील — मंत्री सक्सेना
मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार मानव सुरक्षा और वन्यजीव संरक्षण दोनों के लिए पूरी प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। ऐसे मामलों में त्वरित निर्णय और तकनीक आधारित निगरानी ही प्रभावी समाधान है।इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता, वन संरक्षक देवीपाटन वृत्त एम सेमाम्मरन, प्रभागीय वनाधिकारी सुहेलदेव वन्य जीव प्रभाग सूरज , प्रभागीय वनाधिकारी गोंडा,श्रावस्ती व अन्य संबंधितअधिकारी,कर्मचारीगण उपस्थित रहें।