सहारनपुर स्मार्ट सिटी लि.के आईसीसीसी का निरीक्षण करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
1 min readरिपोर्ट =शैलेंद्र सिंह पटेल
चौराहों पर एंबुलेंस व क्रेन की व्यवस्था भी करें: मुख्यमंत्री
-मुख्यमंत्री ने आईसीसीसी का निरीक्षण कर ली व्यवस्थाओं की जानकारी
- आईसीसीसी की व्यवस्थाओं पर जताया संतोष
सहारनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहर को पूरी तरह सेफसिटी के रुप में विकसित करने के लिए अधिक से अधिक कैमरे लगाने और अतिव्यस्त व दुर्घटना संभावित चौराहों पर ऐंबुलेंस तथा क्रेन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम और पुलिस विभाग इसकी संयुक्त रुप से इसकी योजना बनाएं। मुख्यमंत्री ने आईसीसीसी के तहत की गयी व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री बुधवार दोपहर करीब पौने एक बजे नगर निगम परिसर स्थित सहारनपुर स्मार्ट सिटी लि. के तत्वाधान में स्थापित किये गए इन्टेग्रेटिड कमाण्ड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) पहुंचे। मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या आईसीसीसी से सेफसिटी को जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर को पूरी तरह सेफसिटी के रुप में विकसित करने के लिए अधिक से अधिक कैमरे लगाएं, ताकि अपराधों को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने अतिव्यस्त व दुर्घटना संभावित चौराहों पर ऐंबुलेंस तथा क्रेन की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए ताकि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में पीड़ित को तुरंत चिकित्सा सुविधा मिल सके और दुर्घटना ग्रस्त वाहन को मार्ग से हटाया जा सके। मुख्यमंत्री ने यह भी जानना चाहा कि कितने चौराहे कैमरों से कवर हो रहे है।
मंडलायुक्त ने मुख्यमंत्री को बताया कि आईसीसीसी को सेफ सिटी से इंटेग्रेटिड किया गया है। 17 जंक्शन बनाये जा रहे है। जिनमें से 8 जंक्शन पर कार्य पूरा हो चुका है और बाकि पर कार्य चल रहा है। इन जंक्शनों पर सिटी सर्विलांस कैमरे, ट्रैफिक मैनेजमंेट सिस्टम, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, एमरजेंसी कॉल बॉक्स, ऑटोमेटिक ट्रैफिक वायलेशन डिटेक्शन, एनवायरमेंटल सेंसर तथा सिटी जीआईएस प्लेट फॉर्म सिस्टम शामिल हैं। मंडलायुक्त ने बताया कि 296 लोेकेशन पर 860 कैमरे लगाये जा रहे है। अभी 260 लोकेशन पर 212 कैमरे लगाये जा चुके हैं जिसमें 36 स्थानों से 90 कैमरों की लाइव फिडिंग मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न जंक्शनों व शहर में लगाये गए कैमरों के सम्बंध में विस्तार से जानकारी ली। एडीजीपी राजीव सब्बरवाल व एसएसपी विपिन ताड़ा ने कैमरों के सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि आईसीसीसी के तहत महानगर के प्रवेश एवं निकास के 9 मार्गो पर सिटी सर्विलांस कैमरे लगाए गए है। इनमें एएनपीआर कैमरे हैं, जिनसे थ्री राइडिंग व हैलमेट न लगाने वाले वाहन चालकों के चालान किये जा रहे हैं। इसके अलावा रेड लाइट वॉलेशन डिटेक्शन के लिए आरएलवीडी कैमरे तथा व्हीकल डिटेक्शन कैमरे लगाए गए हैं। इनके माध्यम से सभी जंक्शनों पर कोई भी व्हीकल कितनी बार आया गया है इसकी जानकारी ली जा सकती है। एसएसपी ने मुख्यमंत्री को बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान आईसीसीसी उपयोगी सिद्ध हुआ है। पूरे कांवड़ मार्ग की निगरानी यहीं से हमारे द्वारा की गयी। मुख्य कांवड़ मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा, साफ सफाई व्यवस्था आदि के लिए 19 स्थलों पर 65 सीसीटीवी कैमरे एवं 19 पब्लिक एडेªस सिस्टम लगाए गए थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री के नगर निगम पहुंचने पर मंडलायुक्त डॉ.लोकेश एम, नगरायुक्त गजल भारद्वाज और अपर नगरायुक्त राजेश यादव ने पुष्प भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, जिला प्रभारी एवं महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य, संसदीय कार्य राज्य मंत्री जसवंत सैनी, लोक निर्माण राज्य मंत्री कंुवर बृजेश सिंह, मेयर संजीव वालिया, प्रदेश मंत्री भाजपा चंद्रमोहन, नगर विधायक राजीव गुंबर, विधायक देवेन्द्र सिंह निम, मुकेश चौधरी, भाजपा महानगर अध्यक्ष राकेश जैन आदि भाजपा नेता व जिलाधिकारी अखिलेश सिंह सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने किया मेयर का इंतजार
सहारनपुर। मुख्यमंत्री के गाड़ी से उतरते ही मंडलायुक्त डॉ.लोकेश एम, नगरायुक्त गजल भारद्वाज और अपर नगरायुक्त राजेश यादव ने पुष्ट भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। आईसीसीसी की सीढ़ियों चढ़ते ही मुख्यमंत्री ने पूछा मेयर साहब कहां है ? मुख्यमंत्री ने सीढ़ियों पर रुक कर निगम के मुख्य द्वार की ओर देखते हुए मेयर का इंतजार किया। इस बीच उन्हें काबीना मंत्री बेबीरानी मौर्य, संसदीय कार्य मंत्री जसवंत सैनी आदि आते हुए दिखायी दिए लेकिन मेयर संजीव वालिया दिखाई नहीं दिए। इस पर उन्होंने फिर पूछा कि मेयर साहब कहां है ? पार्टी नेताओं और अधिकारियों ने बताया कि मेयर साहब पीछे हैं आ रहे हैं। इस पर उन्होंने अपने साथ आए अधिकारियों एवं नेताओं को कहा कि वे चले वह मेयर साहब को लेकर आ रहे है। काफी देर इंतजार के बाद भी जब मेयर संजीव वालिया नहीं पहुंचे तो अधिकारियों के कहने पर मुख्यमंत्री आईसीसीसी के लिए आगे बढ़ गए।