जेआरएफ परीक्षा पास करके जिले का नाम किया रोशन
1 min readप्रमोद कुमार चौहान
मनकापुर,गोण्डा-प्रतिभा किसी की भी प्रकार की मोहताज नही होती है।ग्रामीण परिवेश में पले-बढे व पढ कर में जीवन व्यतीत करते हुए एक पत्नी, मां,बहु की भूमिका निभाते हुए गायत्री चतुर्वेदी ने राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा नेट क्वालीफाई करके साबित कर दिया है। विकास खंड क्षेत्र के विशुनपुर गांव निवासिनी गायत्री चतुर्वेदी पत्नी संदीप चतुर्वेदी की पत्नी यूजीसी नेट में 95.6प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। गायत्री देवी के शिक्षा में पारिवारिक जिम्मेदारी कभी आड़े नहीं आई।मायका गैर जनपद संत कबीर नगर के लहुरादेवा से हाई स्कूल ,इंटर व स्नातक तक की परीक्षा को पारंगत करने के उपरांत संदीप चतुर्वेदी से विवाह हो गया। लेकिन गायत्री में कुछ कर दिखाने का जज्बा कायम था।पति व ससुराल का शिक्षा के लिए सहयोग मिलता रहा एक पुत्र व एक पुत्री के जन्म उपरांत भी शिक्षा जारी रही । गायत्री ने ससुराल की जिम्मेदारी निभाते हुए एमए, बीएड और टेट व सीटेट की परीक्षा पास की।फिर यही से ही वर्ष 2021-22 में यूजीसी नेट की परीक्षा में शामिल हुई। जिसका परिणाम शनिवार को आने के बाद खुशी का ठिकाना न रहा। ग्रामीण परिवेश में इतनी जिम्मेदारियों के साथ इस मुकाम तक पहुंचना ग्रामीण परिवेश के महिलाओं व लड़कियों के लिए एक मिशाल है।गायत्री के नेट क्वालिफाई होने की सूचना से बधाई देने वालों का ताता लग गया।वही विकास खंड क्षेत्र के ग्राम समरुपुर चक्रगौरा के वासुदेव मिश्रा पुत्र कैलाश नाथ मिश्रा ने भी नेट क्वालीफाई कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।इनके पिता किसान है व खेती किसानी कर बच्चो को शिक्षित कर रहे है 3 बच्चो में बड़ा बेटा वासुदेव मिश्र की प्रारंभिक गांव में है भीम राव अम्बेडकर शिक्षण संस्थान से की उसके बाद हाई स्कूल व इंटर गौरा चौकी से करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुच कर आगे की पढ़ाई जारी रखी 2021-22 की नेट जीआरएफ की परीक्षा में पास होकर क्षेत्र का मान बढ़ाया है।इन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता व बाबा श्याम सुंदर मिश्रा को दिया।परीक्षा पास होने की सूचना पर अभिमन्यु गौतम,अयोध्या प्रसाद, चंद्रेशेखर तिवारी, हीरालाल,राकेश मिश्रा,अमरेश मिश्रा आदि लोगो ने फ़ोन से व घर पहुच कर बधाई दी।