लगातार बढ़ रही महंगाई बनी मुसीबत -ग्रामीण
1 min readरिपोर्ट – नूर मोहम्मद
उतरौला(बलरामपुर) दिनों दिन बढ़ रही महंगाई ने सभी के सामने मुसीबतें कर दी हैं आमजन के साथ मवेशी भी इस महंगाई के शिकार होते जा रहे हैं।चूनी,चोकर व भूसे के रेट आसमान छू रहे हैं ऐसे में पशु पालकों के सामने संकट खड़ा हो गया है।यही कारण है कि तमाम लोगों ने पशुओं को खुला छोड़ दिया है।पशु पालकों का कहना है कि चूनी,चोकर का दाम 30रूपए किलो लगभग आटे के बराबर हो गया है भूसे का दाम 1200से 1300रूपए कुंतल मिल रहा है।हालात यह है कि पशु पालक खली,चूनी,चोकर के जगह पशु चारे के रूप में भूसा,हरा चारा व पुआल का प्रयोग कर रहे हैं। पशु पालक राम चन्दर वर्मा बताते हैं कि कुछ दिनों से भूसे के दामों में उछाल आया है जिससे परेशानी बढ़ गई है भैंस को खिलाने में एक किलो खली, दो किलो चूनी,चोकर व 15किलो भूसा लग जाता है जिसका खर्चा डेढ़ सौ से दो सौ रूपए बैठ जाता है जिससे पहले के सापेक्ष पशु पालना मुश्किल हो गया है।पशु पालक गुल मोहम्मद बताते हैं कि एक पशु के पीछे रोजाना 10किलो भूसा व 4से 5 किलो पशु आहार लग जाता है ऐसे में दूध बेचकर भी भूसे और हरे चारे का खर्च निकाल पाना कठिन हो रहा है।पारस राम कहते हैं कि जानवरों के लिए चारे का हमेशा संकट रहता है ऊपर से भूसा व चोकर के बढ़े दामों ने मुसीबत पैदा की है किसी तरह से पशुओं को खिलाया जा रहा है।लाल बाबू बताते हैं कि भूसे के दामों में इस साल काफी वृध्दि हुई है वहीं चूनी चोकर व खली के दाम भी काफी बढ़ गए हैं जिसके चलते पशु पालकों के लिए परेशानी बढ़ गई है खुराक कम होते ही पशु दूध कम कर देते हैं ।जिसके चलते पशु पालक अपने मवेशियों का पेट भरने के लिए परेशान हैं।