जिला आबकारी अधिकारी की निष्क्रिय और अमर्यादित कार्यशैली पर उठे सवाल
1 min readडी.ओ. के मनमानी रवैये से उजागर हो रही उनकी काबिलियत
गोण्डा। जिला आबकारी अधिकारी के कंधे पर जिले की कमान संभालने की जिम्मेदारियां तो विभाग द्वारा सौंपी जा चुकी है परन्तु उनकी कार्यशैली व व्यवहार कुछ अलग सा लग रहा है। विदित हो कि जब से जिला आबकारी अधिकारी राजेश सिंह द्वारा जनपद में कार्यभार ग्रहण करने के बाद से भांग की दुकानों से साइन बोर्ड लुप्त हो गए हैं। चर्चा तो यहां तक है कि जब से जिला आबकारी अधिकारी राजेश सिंह द्वारा जनपद में कार्यभार ग्रहण किया गया है तब से भांग की दुकानों पर प्रतिबंधित गांजा/चिप्पड़ की बिक्री ने पांव पसार लिया है। अंग्रेजी शराब व बियर की दुकानों पर ओवर रेटिंग की जा रही है। अंग्रेजी शराब की दुकानों के अंदर व बाहर शराब पिलाई जा रही है। यदि ऐसा ही रहा तो भारी भरकम शुल्क अदा कर मॉडल शॉप का लाइसेंस कौन लेगा। चर्चा है कि कुछ पत्रकार बन्धु 23 नवम्बर को जिला आबकारी कार्यालय पहुंचे जहां मौजूद जिला आबकारी अधिकारी से शिष्टाचार पूर्वक पेश आए। फिर क्या जिला आबकारी अधिकारी द्वारा रौब दिखाते हुए कहा गया कि बाहर खड़े किसी से पूंछकर अंदर आते। यह सुनकर पत्रकार ने कहा साहब आपके यहाँ कोई दरबान खड़ा होता तो पूंछकर जरूर आते। जिला आबकारी अधिकारी द्वारा पत्रकारों से इस कदर किए गए व्यवहार से लग रहा है कि ऐसा व्यवहार कोई अयोग्य व प्रमोटेड अधिकारी ही कर सकता है।