मजदूर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ किसान यूनियन व उ० प्र० खेत मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में निकाली रैली
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रिपोर्ट – राज कुमार विश्वकर्मा
छपिया/गोंडा। केंद्र सरकार की मजदूर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर देशव्यापी हड़ताल व ग्रामीण बंद के तहत किसान यूनियन व उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में रैली निकाली गई। किसान यूनियन व उप्र खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने मसकनवा बाजार के मुख्य चौराहे पर एकत्र होकर केंद्र व प्रदेश सरकार की किसान, मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ नारे लगाते हुए छपिया ब्लाक मुख्यालय तक पहुंचे।कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की किसान यूनियन व उप्र खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री उप्र को संबोधित 32 सूत्री मांगपत्र एडीओ आईएसबी दिलीप कुमार वर्मा को सौंपा। दिए गए मांगपत्र में महंगाई पर रोक लगाने, एमएसपी की गारंटी दिए जाने, छुट्टा जानवरों से किसानों की फसलों की रक्षा करने, चार श्रम संहिताओं तथा निश्चित अवधि के रोजगार कानून वापस लेने, नई पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, सभी किसानों, मजदूरों को दस हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन दिए जाने, सभी संविदा, आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को नियमित किए जाने, सभी विभागों के रिक्त पदों पर स्थाई भर्ती किए जाने, मनरेगा का शहरों में विस्तार कर प्रति वर्ष दो सौ दिन का काम व मनरेगा मजदूरों को छ सौ रुपए प्रतिदिन मजदूरी दिए जाने, काम के अधिकार को मौलिक अधिकार बनाए जानें, सार्वजनिक उपक्रमों व सार्वजनिक सेवाओं के निजीकरण पर रोक लगाने, बिजली संशोधन विधेयक 2022 को रद्द कर सभी किसानों को मुफ्त बिजली दिए जाने, लोकतांत्रिक अधिकारों पर हो रहे हमले बंद किए जाने, राजनैतिक विरोधियों, पत्रकारों व जनांदोलन को दबाने के लिए ईडी सीबीआई तथा यूएपीए का दुरुपयोग बंद किए जाने सहित अन्य मांगे शामिल हैं। रैली ज्ञापन में किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दीपक वर्मा, उप्र खेत मजदूर यूनियन के जिला संयोजक खगेंद्र जनवादी, अब्दुल गनी, मोहर्रम अली, राजेश कुमार सहदेव वर्मा, संजय वर्मा, सौरभ सिंह, आशीष सिंह, दिनेश कुमार, गुड्डू आदि उपस्थिति रहे।