बाल-विवाह रोकने का सराहनीय कार्य करने वाले को पुलिस अधीक्षक ने बधाई दी
1 min readरिपोर्ट -ब्यूरो चीफ
पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में आयोजित की गई विशेष किशोर पुलिस इकाई की मासिक समीक्षा एवं समन्वय बैठक :-
जनपद श्रावस्ती पुलिस अधीक्षक कार्यालय सभागार कक्ष में पुलिस अधीक्षक श्री घनश्याम चौरसिया की अध्यक्षता में विशेष किशोर पुलिस इकाई (एसजेपीयू) की मासिक समीक्षा एवं समन्वय बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में बाल श्रम को रोकने,पॉस्को एक्ट के साथ-साथ बाल विवाह को रोकने व उनके कल्याण के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को विस्तार से बताया गया
पुलिस अधीक्षक ने सर्वप्रथम मीटिंग में उपस्थित पदाधिकारीगण से परिचय प्राप्त कर फीडबैक लिया तथा विगत दिनों जनपद में थाना एएचटीयू टीम व सीडब्लूसी द्वारा बाल विवाह को रोकने का सराहनीय कार्य किया गया, इस कार्य की सराहना करते हुए बधाई दी ।
तत्पश्चात पुलिस अधीक्षक ने महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा जारी (SOP) अनुसंधान, थानों पर नियुक्त बाल कल्याण पुलिस अधिकारी/विवेचक के समक्ष आ रही समस्या, पीड़िता के आवासन, बाल गुमशुदा, बाल श्रम, नशामुक्ति आभियान, बाल विवाह, बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम, लैगिंक समानता, नारी शक्ति, किशोर न्याय अधिनियम-2015 में हुए नवीनतम संशोधन, पोक्सो एक्ट के अभियोग पंजीकृत करने के 24 घण्टे के अन्दर CWC को सूचित करना, पोक्सो के मामले में फार्म ए व बी पुलिस द्वारा भरा जाना, बाल कल्याण अधिकारी के कर्तव्य और दिशा-निर्देश का पालन, जे0जे0 एक्ट के अन्तर्गत सामाजिक पृष्ठभूमि, जे0जे0 एक्ट की धारा 94 आदि के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से चर्चा की औऱ यह बताया कि यदि किसी बाल अपचारी द्वारा कोई घटना कारित की जाती है तो अधिनियम में दिए गए प्रावधानों के अनुसार ही कार्यवाही अमल में लायी जाए। सभी बाल कल्याण अधिकारियों को क्षेत्र में जाकर सरकार द्वारा बाल श्रम के विरूद्ध चलायी जा रही योजनाओं के बारे में जनमानस को जागरूक करने हेतु बताया गया, जिससे योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचाया जा सके।पुलिस अधीक्षक ने जनपद में बाल विवाह रोकने के लिए उपस्थित सभी पदाधिकारीगण व समस्त थानों के बाल कल्याण अधिकारी विशेषकर थाना सिरसिया के बाल कल्याण अधिकारी को बताया गया कि सभी लोग बार्डर सटे गाँवों में निरन्तर जाये और वहाँ चौपाल लगाकर बाल विवाह न करने हेतु प्रेरित करे साथ ही वहाँ के ग्राम प्रहरियों व अन्य सम्भ्रांत व्यक्तियों को बताये कि बाल विवाह से सम्बन्धित कोई मामला संज्ञान में आये तो तत्काल इसकी सूचना पुलिस व सीडब्लूसी को दे जिससे समय रहते, कार्यवाही अमल में लायी जा सके ।गोष्ठी का संचालन अपर पुलिस अधीक्षक श्री प्रवीण कुमार यादव द्वारा किया गया इनके द्वारा अपने वक्तव्य में जनपद में बाल अपराध रोकने के लिये विशेष किशोर पुलिस इकाई को भी क्रियाशील रहने हेतु निर्देशित किया तथा यह बताया कि कोई परित्यक्त नवजात शिशु किसी भी स्थान पर मिलता है तो उसे तत्काल उचित देखभाल हेतु नजदीकी अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ से स्वास्थ्य परीक्षण कराकर नियमानुसार कार्यवाही की जाए। कार्यस्थल पर कामकाजी महिलाओं के सभी प्रकार के उत्पीड़न को रोकने हेतु विशेष बल दिया जाये, इसके अलावा उनके द्वारा बाल श्रम, बाल विवाह व देह व्यापार आदि को रोकना व बाल अपचारी की देख-रेख व सुरक्षा-संरक्षा आदि के संबंध में भी जानकारी दी ।
इस दौरान थानाध्यक्ष महिला थाना श्रीमती अर्चना सिहं ने बताया कि शासन द्वारा मिशन शक्ति के तहत विशेष अभियान चलाया जा रहा है तथा समस्त महिला पुलिस अधिकारी (महिला हेल्प डेस्क/नारी सुरक्षा दल/मिशन शक्ति टीम) शक्ति दीदी के रूप में सक्रिय रहकर 06 से 08 वर्ष के बच्चों को गुड टच, बैड टच, यौन हिंसा व बाल यौन शोषण, साइबर अपराध के बारे में सभी को जागरूक किया जा रहा है ।
पुलिस अधीक्षक ने डीपीओ श्री सुबोध कुमार,सीडब्लूसी अध्यक्ष श्री विश्राम पासवान,प्रभारी एएचटीयू श्री जितेन्द्र राय ,उपनिरीक्षक चन्द्रोदय मिश्रा,महिला आऱक्षी कंचन सहित थाना एएचटीयू टीम को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया । उक्त टीम द्वारा विगत दिनों विभिन्न थाना क्षेत्रों से कुल 10 बाल विवाह रूकवाकर उनके परिजनों को बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में अवगत कराकर उन्हे सन्तुष्ट कराया गया औऱ पुनः बाल विवाह न करनें हेतु शपथ दिलायी गयी ।उक्त बैठक में डीपीओ श्री सुबोध कुमार सिंह ,प्रभारी एएचटीयू श्री जितेन्द्र राय, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति श्रावस्ती श्री विश्राम पासवान एवं सदस्य श्री जनार्दन चतुर्वेदी, ए.सी.एम.ओ. डा0 पुष्पलता,ओंकार नाथ चौधरी प्रबन्धक ग्रामीण बौद्ध सेवा संस्थान श्री प्रेम बाबू गिरी, चाइल्ड लाइन देहात यूसुफ एवं एएचटीयू/बाल संरक्षण इकाई/थाना में नियुक्त बाल कल्याण अधिकारी व सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।