सरकारी कार्ययोजना में नाबालिक बच्चों से कराया जा रहा काम
1 min readरिपोर्ट – शैलेन्द्र सिंह पटेल
बहराइच। तहसील मिहींपुरवा स्थित मोतीपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत नौबना में ग्रामप्रधान व ठेकेदार द्वारा ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से नाबालिक बच्चों से ईंट गारे का काम कराया जा रहा है वहीं पीले ईट एवं घटिया सामग्री से विकास कार्यों को दिया जा रहा है अंजाम। केंद्र और प्रदेश सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत सब पढ़े सब बढ़े की तर्ज पर ग्रामांचलों में विद्यालय के कायाकल्प पर करोड़ों अरबों रुपए खर्च कर रही है और कई कार्यक्रमों के माध्यमों से स्कूल चलो अभियान का आगाज हो रहा है। ऐसे में इस ग्रामसभा के प्रधान अपने ग्राम पंचायत के बच्चों को स्कूल भिजवाने की जगह पर उनसे ईंट गारे का काम ले रहे हैं। आखिर ऐसे ग्राम प्रधानों की वजह से बच्चों का भविष्य कैसे निखरेगा,, क्यों कर सफल होगा स्कूल चलो अभियान और सब पढ़े सब बढ़े सर्व शिक्षा अभियान। नाबालिग बच्चों को कलम की जगह पर उनके हाथों में फावड़ा पकड़ाने वालों को क्या जरा भी योगी सरकार का भय नहीं रहा। ग्राम विकास कार्य योजना में घटिया मटेरियल व पीली ईटों से करवाया जा रहा है निर्माण जो काफी निंदनीय है। प्रदेश सरकार जहां ग्रामअंचलों के विकास में अरबों करोड़ों खर्च कर ग्रामअंचलों में भी विकास को धरातलीय स्वरुप देना चाहती है तो ऐसे में सरकारी पैसे का बंदरबांट कर घटिया निर्माण करवाने से नहीं चूकते हैं ग्राम प्रधान व इनसे संबंधित अधिकारी। सरकारी पैसों का बंदरबांट कर क्या इसी तर्ज पर चलेगा ग्रामीण अंचल में विकास।इसकी शिकायत करने पर संबंधित अधिकारी मौन रहते हैं और विकास कार्य में हो रहे घटिया निर्माण की अनदेखी कर शासन के पैसों से भर रहे हैं अपनी जेबें। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी मिहींपुरवा से बातचीत करने का प्रयास किया गया किंतु उनके मोबाइल नंबर से बात ना हो सकी। अब देखना है कि नाबालिक बच्चों से कराये जा रहे काम व विकास कार्य में हो रहे बंदरबांट पर किसी प्रकार का अंकुश नहीं लग पाता है या ऐसे ही मनबढ़ ग्राम प्रधान शासन के पैसों से भरते रहेंगे अपनी जेबें,, और बच्चों के भविष्य को करते रहेंगे अंधकारमय।